Food: दोस्तों शरीर को अगर स्वस्थ रखना है तो पाचन शक्ति का मजबूत होना बहुत जरूरी है, खाने में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर को तभी मिलते हैं जब खाया हुआ खाना पेट में अच्छे से पचता है। इसलिए आपको जानना बहुत जरूरी है कि पेट में खाना अच्छे से पच रहा है या सड रहा है अगर पेट में खाना सड रहा है तो आप कितना डाइट प्लान बना लो कोई फायदा नहीं।
दोस्तों शरीर को अगर स्वस्थ रखना है तो पाचन शक्ति का मजबूत होना बहुत जरूरी है, खाने में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर को तभी मिलते हैं जब खाया हुआ खाना पेट में अच्छे से पचता है।
जब हम खाना खाते हैं तो सबसे पहले खाना आमाशय में पहुचता है, यह हमारे पेट का बहुत ही इम्पोर्टेन्ट पार्ट है, हम जो रोटी चावल दाल सब्जी, दूध, लस्सी या फल भोजन के रूप में खाते हैं यह अमाशय में डाइजेस्ट होकर बॉडी को एनेर्जी प्रोड्यूस करती है और यह एनर्जी पूरी बॉडी में पहुचती है।
अगर आपका पाचन कमजोर होगा तो खाना ठीक से नहीं पचेगा और वह खाना शरीर में सड़ने लगेगा जिससे शरीर बीमार होने लगता है, फिर शरीर में कई तरह कि प्रोब्लम्स आने लगती है, पेट में गैस, एसिडिटी होने लगता है, मन चिडचिडा रहता है, दिमाग अच्छे से काम नहीं करता है, कोई भी काम करने का मन नहीं करता, अब बहुत से लोगों के मन ये सवाल आ रहा होगा कि पेट में खाना सड़ने का क्या मतलब है।
जब आप खाना खाते हैं और किसी कारण से वो पेट में नहीं पचता है तो वो खाना पेट में वैसा ही पड़ा रहता है और अगली सुबह आप फ्रेश होने जाते हो तो पेट साफ नहीं होता है, क्योंकि खाना पचा ही नहीं है तो पेट कैसे साफ होगा, फिर वह सड़ा खाना पेट में यूरिक एसिड पैदा करता है, जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द, घुटनों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द रहता है।
यूरिक एसिड के अलावा शरीर में बैड कोलेस्ट्राल बढ़ने लगता है जिसके कारण हाई बीपी की प्रोब्लम होती है पेट में सड़ रहा खाना यूरिक एसिड और बैड कोलेस्ट्राल सहित ऐसे 100 तरह के खतरनाक जहर पैदा होते है वही शरीर में खाना अच्छे से डाइजेस्ट हो तो मांस, बॉन मेरो, ब्लड, हड्डियाँ, मल मूत्र बनते हैं और खाना न पचने पर यूरिक एसिड, कोलेस्ट्राल आदि जहर बनने लगते हैं।
जिस कारण शरीर बिमारियों का घर बन जाता है, हार्ट के लिए भी बहुत खतरा पैदा करता है, पेट में बनने वाला यह जहर जब ज्यादा बढ़कर ब्लड में आता है तो ब्लड दिल कि नदियों से निकल नहीं पाता और जो थोडा थोडा कचरा खून में आता है वह इक्कठा होता जाता है और एक दिन नाड़ि को ब्लाक कर देता है और इसकी ब्लाक नाड़ि को हार्ट अटैक कहते हैं, इसलिए खाने का सही पचना बहुत जरूरी है।
दोस्तों पाचन बिगड़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे आवश्यकता से अधिक खाना, किसी भी टाइम खाना, नीन्द पूरी न होना, ये सारी स्थितियां आपके डाईजेशन सिस्टम को प्रभावित करती हैं, अतः यह बहुत जरूरी है कि डाइजेशन सिस्टम को कभी कमजोर न होने दें।
खाना पचाने के लिए क्या करना चाहिए ?
खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पियें, क्योंकि खाना जब पेट में जाता है तो शरीर में आलरेडी गर्मी रहती है और ये खाना और गर्मी पैदा करती है जिससे खाना पचने में आसानी होती है और खाना अच्छे से पचता है।
वही अगर आप खाना खाते समय या खाने के तुरंत बाद पानी पीते हो तो यह ऐसा हो गया जैसे जलती आग में पानी डालना, आपका पिया हुआ पानी गर्मी को ठंडा कर देती है जिससे खाना अच्छे से नहीं पचता है और सड़ता रहता है इसलिए आप कभी भी खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पियें, खाने के कम से कम 1 घंटे बाद पानी पियें।
बात करेंगे कुछ जरूरी टिप्स और बेहद असरदार घरेलु नुस्खों की जिसके कुछ ही दिनों के इस्तेमाल से पाचन कई गुना ज्यादा मजबूत हो जायेगा साथ ही पेट से जुडी हर तरह की समस्या दूर हो जाएगी।
पहले बात करते हैं पाचन को पूरी तरह स्वस्थ बनाने वाली कुछ घरेलु नुस्खों के बारे में,
दोस्तो हमारे बॉडी में गुड और बैड दोनों प्रकार के बक्टिरिया पाए जाते हैं, पाचन कमजोर होने की मुख्य वजह होती है पेट में अच्छे बक्टिरिया की कमी होना अच्छे बक्टिरिया की कमी होने से पेट व आँतों में भोजन को पचाने वाले पाचक रस में कमी आ जाती हैं, जिससे भोजन सही तरह से नहीं पच पाता और खाने के बाद पेट फूलना खट्टी डकार, अपचन एसिडिटी और गैस जैसी समस्या होने लगती है।
दही
दही एक प्रोबायोटिक फूड की श्रेणी में आता है दही और जीरे का मिश्रण पेट में अच्छे बक्टिरिया की मात्रा को बढ़ाने और पाचन प्रक्रिया को स्ट्रोंग करने का काम करता है, एक कटोरी दही में एक चम्मच मिश्री का चूर्ण, आधा चम्मच भुने हुए जीरे का पावडर और थोडा सा काला नमक मिलाकर रोजाना इसका खाना खाने के बाद सेवन करें, रोजाना इसका सेवन करने से पाचन के लिए जरूरी और अच्छे बक्टिरिया की मात्रा शरीर में बढ़ने लगती है और पाचन शक्ति पहले से ज्यादा स्ट्रोंग हो जाती है।
सौंफ
खाना खाने के बाद सौंफ खाने से हमारी पाचन प्रक्रिया तेज होती है साथ ही यह हमारे मेटाबोलिज्म को बूस्ट करने और पेट को ठंडक पहुचाने में भी बहुत उपयोगी होती है, रोज खाना खाने के बाद 1 से 2 चम्मच सौंफ चबा चबाकर खाएं, मिठास के लिए मिश्री का भी प्रयोग किया जाता है।
सौंफ खाने से मुंह में लार की मात्रा बढ़ जाती है जो की भोजन को तेजी से पचाने में बहु फायदेमंद होती है, जिन लोगों को खाने के बाद खट्टी डकारें ब्लोटिंग या सीने में जलन होने जैसी समस्या रहती है उन्हें खाने के बाद सौंफ जरुर खाना चाहिए।
पेंक्रियेटीक जूस और एसिड
कई लोगों के पेट में पेंक्रियेटीक जूस और एसिडस की मात्रा कम हो जाती है, जिसकी वजह से खाना पेट में ठीक तरह से नहीं पचता ऐसे में खाना खाना के पहले एक कप पानी में 1 चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच निम्बू का रस मिलाकर पियें या फिर एक टुकड़ा अदरक को निम्बू के रस में भिगोकर चबा चबाकर खा लें, ऐसा करने से हमारा पेट भोजन को पचाने के लिए तैयार हो जाता है औ इससे पाचक रस भी भरपूर मात्रा में बनते हैं।