Benefits and disadvantages of eating Ridge gourd. Turai Recipe.
Benefits and disadvantages of eating Ridge gourd.:दोस्तों आम जिंदगी में सब्जिओं का विशेष महत्व है हमेशा हमारा मन करता है करता है कि हमें रोज अच्छी अच्छी सब्जी खाने को मिले और इसीलिए हम बाज़ार से अच्छी अच्छी सब्जी खरीद कर लाते हैं ,
हमें ये चीज़ मालूम होनी चाहिए कि कौन सी सब्जी में कितना पोषक तत्त्व मौजूद रहता है तथा इसको खाने से यह हमारे शरीर को क्या क्या फायदा करेगा जबकि बहुत से लोगों को इसके बारें में मालूम नहीं होता मामूली सा दिखने वाले सब्जी में भी ऐसे ऐसे गुण मौजूद होते है कि हम सपने में भी नहीं सोच सकते कि इसमें इतने फायदे भी हो सकते हैं|
इसी बात को ध्यान में रखकर आज में आपको एक ऐसी सब्जी के बारें में बताने जा रहा हूँ जिसको खाने से शरीर को बहुत फायदा करता है और वो सब्जी है तोरई जी हाँ दोस्तों तोरई कि सब्जी स्वादिस्ट व पौष्टिक होती है|

यह खासकर बारिश में मौषम में पाई जाने वाली सब्जी है अक्सर हम लोग इस सब्जी को नज़रंदाज़ करते हैं लेकिन इसको खाने से होने वाले फायदे को जानकर आप भी इसे खाना स्टार्ट कर दोगे तोरई में ढेर सारे ऐसे गुण होते हैं, जो इसे आपकी सेहत के लिए परफेक्ट सब्जी बनाते हैं चलिए जानते हैं तोरई कि सब्जी खाने से शरीर को क्या क्या फायदे होते हैं|

फायदे….
तोरई की सब्जी खाने से शरीर में रक्त का निर्माण होता है और रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है इसके अलावा इसे खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। तोरई की खास बात ये है कि इसमें काफी मात्रा में पानी होता है जिसके कारण ये पाचन में आसान होती है और पेट को कई बीमारियों से बचाती है।

तोरई में इन सभी गुणों के अलावा एक और गुण है जिससे आप अब तक अंजान होंगे। तोरई को आयुर्वेद में पथरी का रामबाण इलाज माना जाता है तोरई में काफी मात्रा में फाइबर होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, राइबोफ्लेविन, जिंक, थियामिन, आयरन और मैग्नीशियम होता है इसलिए इसे खाने से किडनी की पथरी के साथ-साथ अन्य रोग समाप्त हो जाते हैं।

तोरई का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। तोरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है एक तोरई में लगभग 95 प्रतिशत पानी और केवल 25 प्रतिशत कैलोरी होती है, जिससे वजन नहीं बढ़ता, इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।

आंखों के लिए तोरई बहुत फायदेमंद है, तोरई में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो आखों कि रौशनी को बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं तो अपने आहार में तुरई को शामिल करें।

तोरई ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। तोरई कैंसर के प्रभाव को काफी हद तक कम करता है तथा ह्रदय को मज़बूत रखने में मदद मिलती है|तुरई के सुजन को कम करने वाले गुण भी अश्थामा के उपचार में योगदान करते हैं ,यह त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है यह बढती उम्र के असर को रोकता है|

गर्भावस्था के दौरान हरी सब्जियां आवश्यक होती है और तुरई उनमे से एक है गर्भावास्य्था के नो महीनो में तुरई का सेवन बी काम्प्लेक्स विटामिन प्रदान करता है जो उर्जा स्तर और मनोदशा को बनाएं रखने में सहायता करता है |

तुरई बालों के विकास को बढ़ावा देती है तुरई में मौजूद सी ड्राई और दो मुहे बालों को मज़बूत और कोमल बनाता है इसीलिए बालों के विकास के लिए नियमित रूप से तोरई का इस्तेमाल करें |

नुकसान…..
तोरई कफकारक और वातल है । वर्षा ऋतु में यदि इसका अत्यधिक सेवन किया जाए तो वायु प्रकोप होने में देर नहीं लगती ।
तोरई पचने में भारी और आमकारक है । अतः वर्षा ऋतु में तोरई कि सब्जी रोगी व्यक्तियों के लिए हितकारी नहीं है। वर्षा ऋतु में बीमारों को कदापि न खिलाएँ।