What is Ragi?:-दोस्तों रागी खाने वाला एक प्रकार का मोटा अन्न है यह देखने मे बिलकुल सरसों जैसा लगता है। इसको अँग्रेजी मे Finger Millets और भारत में नाचनी बोला जाता है। यह अनेक प्रकार के पोषक पदार्थ से युक्त और एनेर्जी देने वाला होता है। रागी के अन्दर कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और आयरन काफी मात्रा में होता है।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको रागी के बारे में बताने वाले हैं।रागी क्या है साथ ही इसको खाने से होने वाले फायदों के बारे में।
Benefits of Ragi.
रागी खाये जाने वाले सबसे पुराने अनाजों में से एक है यह पहला अनाज है। जिसे भारत में लगभग 4 हजार वर्ष पहले लाया गया था। रागी की सबसे खस बात यह है। यह पुरे साल कभी भी खेतों में लगाया जा सकता है। इसकी खेती का कोई निश्चित समय नहीं होता आज भारत रागी का सबसे बढ़ा निर्यातक देशों में से एक है।
रागी का ऊपरी परत पचाया नहीं जा सकता और इसलिए इस अनाज का इस्तेमाल करने से पहले इसको धोना और छिलके को निकालना आवश्यक होता है।
रागी का सेवन या उपयोग करने के तरीके..
रागी का इस्तेमाल आप छीलकर या आटे में पीसकर या माल्ट बनाकर कर सकते है।
रागी और चावल को बराबर मात्रा में मिलाकर आप स्वादिष्ट और पोस्टिक रागी डोसा या इडली या उप्मा बना सकते है।
भुने हुए रागी को पीसी हुई चीनी, ईलाईची और घी के साथ मिलकर हम रागी के लडू भी बना सकते है।
रागी का रंग पकाने के बाद गहरा भूरा हो जाता है और बच्चो को शायद पसंद न आए। इसलिए रागी को अन्य अनाज के साथ मिला कर इस पोष्टिक खाने को उनके डाईट मे शामिल कर सकते है।
रागी के आटे के पेस्ट को दूध में और अपनी पसंद के फल, सूखे मेवे और नट्स से मिलाकर एक आसान सा पोररिज बनाया जा सकता है।
पिसे हुए रागी को ब्रैड और मुफ़्फ़िंस मे मिलाकर खा सकते हैं।
रागी का हलवा और स्वादिस्ट नमकीन भी हम बना सकते है।
रागी खाने के फायदों के बारे में ..
दोस्तों रागी हड्डियों के लिए बहुत अच्छा होता है। रागी में अधिक मात्रा में कैल्शियम होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत करता है, क्योकि आप को पता ही है। हड्डियों को मजबूती के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
कैल्शियम की कमी बच्चो से लेकर बूढों दोनों में ही जादा देखी जाती है। जिसके लिए हम कैल्शियम की बहुलता वाले अनाज की बात करते है तो कोई अन्य अनाज रागी के करीब नहीं आता है। बढ़ते बच्चों के आहार में रागी कांजी या दलिया शामिल करना इसके लाभ उठाने का एक अच्छा तरीका है क्योंकि इससे हमारी हड्डियों को मज़बूत होने में मदद मिलती है। बाजरा की रोटी, कैल्शियम से भरपूर यह अनाज महिलाओं के स्वास्थ्य का सम्पूर्ण ख्याल भी रखने में सफल होता है।
आजकल अधिकतर लोग अपने मोटापे से परेशान रहते है बहुत तरीके की एक्सरसाइजेज और दवाइया भी लेते है। जिससे मोटापा कम करने में आसानी हो पर कुछ काम नहीं करता पर रागी में एमीनो एसिड और ट्रायटोफन भरपूर मात्रा में होता है। जिससे हमारे शरीर के एक्स्ट्रा फैट जो जमे होते है। उन्हे हटाने में मदद मिलती है। रागी में फ़ाइबर के गुण होते जिससे हमे भूख कम लगती है और हम खाना कम खाने लगते है। जिससे मोटापा घटाने में मदद मिलती है। इसके गुणो का लाभ उठाने के लिए हमे इसे सुबह नाश्ते में लेना सबसे अच्छा है ताकि हमारा पेट पूरा दिन भरा भरा रहे।
रागी ब्लड प्रेशर के लिए भी अच्छा होता है। रागी में बहुत से तत्व ऐसे होते है जो हमारे ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल कर लेते है। रागी से बनी रोटी का सेवन करने से हमारा ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल रहता है। इसके साथ निम्बू पानी भी पिए इससे भी आपका ब्लड प्रेशर सही रहेगा।
स्ट्रेस को दूर करने के लिए भी यह अच्छा होता है। रागी मे अमीनो एसिड और एंटीओक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा में बॉडी को आराम देने में मदद करती है। इसके अलावा अनिन्द्र, सिरदर्द का इलाज रागी से किया जा सकता है।
यह स्किन के लिए अच्छा होता है रागी मे मेथीयोनीन और लाइसिन जैसे इम्पोर्टेन्ट अमीनो एसिड होने के कारण यह स्किन पर झुर्रियों को आने से रोकता है और स्किन को लम्बे टाइम तक जवां बनाये रखता है। इसके अलावा रागी विटामिन डी के कुछ बहुत ही प्रकृतिक स्त्रोतों मे से एक है।
दूध पिलाने वाली माताओं को भी अपने आहार में रागी को शामिल करना चाहिए। विशेष कर जब यह हरा होता है क्यूकी यह माँ का दुध को बढ़ाता है और दूध को आवश्यक एमिनो एसिड, लोहा और कैल्सियम प्रदान करता है। जो माँ और बच्चे के पोषण के लिये आवश्यक होता है।
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दूं दक्षिणी भारत मे 28 दिनो के जन्मे बच्चे को उनके नामकरण के दिन रागी का दलिया खिलाया जाता है। वहा ऐसा माना जाता है की रागी पाचन को बेहतर करता है। साथ ही इसमे मौजूद केल्सिउम और आयरन बच्चे के हड्डीयों का विकास अच्छे से करता है।
दोस्तों रागी एनिमिया के लिए भी अच्छा होता है रागी में आयरन भरपूर होता है। एनीमिया और से पीड़ित रोगी अपने खाने में रागी को जरूर शामिल करें। साथ ही यह बॉडी में खून की कमी को दूर करता है।
रागी में मौजूद पदार्थ हमारे शरीर में शुगर लेवल को कण्ट्रोल रखते है। इसका सेवन करने से आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा और आप स्वस्थ रहेंगे। रागी जिस खाने में शामिल होता है वह कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के लिए जाने जाते है। इसे आपके सुबह के भोजन मे शामिल करने या दोपहर के भोजन मे लेना सबसे अच्छा है।
रागी के नुकसान ..
हालांकि रागी हमारे लिए बहुत फायदेमंद है पर रागी ज्यादा खाने से बचना चाहिए क्योकि ये शरीर में ओक्सेलीक एसिड की मात्रा मे वृद्धि कर सकता है। इसलिए गुर्दे की पथरी और यूरिनरी कैलकुली वाले रोगियों को इसे लेने की सलाह नहीं दी जाती और वैसे भी कोई भी चीज एक सीमित मात्र में ही खानी चाहिए नहीं तो नुकसान तो करेगी ही।