Dry Fruit Low In Carbohydrate:-Low In Carbohydrate Dry Fruit
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम ऐसे तीन ड्रायफ्रूट के बारे में जानेंगे। जिनमे कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेटस होता हैं। लो कार्बोहाइड्रेटस का सिग्नीफ़िकेंट ये है कि टाइप 2 डाइबिटीज हो, न्सुलिन रेजिस्टेंस हो, मोटापे को कम करना हो अर्थराइटिस की प्रोब्लम है जो लोग जिम जाते हैं। जिनको मसल बढ़ानी है उन्हें लो कार्बोहाइड्रेटस डाईट लेने के लिए बोला जाता है।
ऐसे में अगर आप भी लो कार्बोहाइड्रेटस वाला डाईट प्लान फॉलो कर रहे हैं तो ये ड्राय फ्रूटस आपकी डाईट में फिट बैठते हैं। अगर आप इन ड्रायफ्रूट को अपनी डाईट में शामिल करते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे।
आइये जानते हैं वो तीन ड्रायफ्रूट के बारे में जिनमे सबसे कम कार्बोहाइड्रेटस होते हैं।
सबसे पहला ड्रायफ्रूट है बादाम।
बादाम एक ऐसा लो कार्बोहाइड्रेट ड्रायफ्रूट है जिसमे न्युत्रियंट्स भरपूर होते हैं। बादाम में विटामिन इ, मग्निशियम रिबोफ्लेविन कॉपर फास्फोरस और मग्निज भरपूर होते हैं। 28 ग्राम बादाम में 6 ग्राम टोटल कार्बोहाइड्रेटस होते हैं और तीन ग्राम नेट कार्बोहाइड्रेटस होते हैं।
100 ग्राम बादाम में 22 ग्राम नेट कार्बोहाइड्रेटस होते हैं। बादाम में प्रोटीन भी काफी ज्यादा होता हैं। 28 ग्राम बादाम में 6 ग्राम प्रोटीन होता है। एक रिसर्च से पता चला है कि बादाम से भरपूर डाईट खांने से भूख कम लगती है और वजन कम होता है।
दुसरा ड्रायफ्रूट है अखरोट।
अखरोट में न सिर्फ कार्बोहाइड्रेटस कम होते हैं बल्कि इसमें पोषक तत्वों की मात्रा काफी ज्यादा होती है। अखरोट में विटामिन, आयरन, मग्नीष्यम, जिंक, पोलिफिनोल और एंटी अक्सिडेंट और फाइबर काफी अच्छी मात्रा में होते हैं। 28 ग्राम अखरोट में चार ग्राम टोटल कार्बोहाइड्रेटस होते हैं और दो ग्राम नट्स कार्बोहाइड्रेटस होते हैं।
टोटल कार्बोहाइड्रेटस और नेट कार्बोहाइड्रेटस में यह फर्क होता है कि टोटल कार्बोहाइड्रेटस में किसी भोजन में मौजूद सभी तरह के कार्बोहाइड्रेटस आ जाते हैं। जैसे कि स्टार्च डाईटरी फाइबर्स और शुगर दूसरी तरह के नेट कार्बोहाइड्रेटस में आते हैं।
जिन्हें शरीर पूरी तरह से पचाकर ग्लूकोज में बदल सकता है। अगर 100 ग्राम की मात्रा की बात करे तो 100 ग्राम अखरोट में 14 ग्राम टोटल कार्बोहाइड्रेटस होते हैं। नियमित अखरोट खांने से दिल की सेहत में सुधार होते देखा गया है। अखरोट ब्लड प्रेशर कम करते हैं, ब्रेन फंशन को प्रमोट करते हैं और वजन भी कम करते हैं।
अखरोट में हेल्दी फैट होती है। इसमें पौधों से मिलने वाली एक ओमेगा 3 फैट होती है जिसे अल्फ़ा लिनोलिक एसिड कहते हैं। इसे शोर्फ़ फोमे में कहते हैं। ए.एल.ए ज्यादा होता है तो इसे डिकल की बीमारी और स्ट्रोक का ख़तरा कम होता है। टाइप 2 डाइबिटीज वाले लोगों में अखरोट ब्लड शुगर लेवल में सुधर करते हुए भी देखा गया है।
तीसरा ड्रायफ्रूट जिसमे कम कार्बोहाइड्रेटस होते हैं और वो है मूंगफली।
दोस्तों मूंगफली में कार्बोहाइड्रेटस कम होने के साथ साथ पोषक तत्व भी काफी ज्यादा होते हैं। मूंगफली में फोलेट विटामिन इ मग्नीशियम फास्फोरस जिंक और कोपर होता है मूंगफली में पौधों से मिलने वाला प्रोटीन भी काफी अच्छी मात्रा में होता है। 28 ग्राम मूंगफली में 7 ग्राम प्रोटीन होता है। 28 ग्राम मूंगफली में टोटल कार्बोहाइड्रेटस ई मात्रा 6 ग्राम होती है और नेट कार्बोहाइड्रेटस की मात्रा 4 ग्राम होती है।
अगर 100 ग्राम के हिसाब से देखें तो 100 ग्राम मूंगफली में टोटल कार्बोहाइड्रेटस की मात्रा 21 ग्राम होती है। मूंगफली में एंटी औक्सिदेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। मूंगफली में एक एंटी औक्सिडेंट होता जिसका नाम रिज्वेरा टोल यह एंटी औक्सिदेंट दिल की बीमारी से बचाता है कैंसर से बचाता है और मानसिक क्षमता कम होने से बचाता है। ,इसके अलावा मूंगफली वजन कम करने में भी सहायता करती है।
दोस्तों ये थे तीन ड्रायफ्रूट जिनमे कार्बोहाइड्रेटस की मात्रा काफी कम होती है। अगर आप लो कार्बोहाइड्रेटस वाली डाईट खा रहे हैं तो आप इन ड्रायफ्रूट को अपने डाईट में शामिल कर सकते हैं।