Benefits of Celery:- दोस्तो हर इन्सान की यही ख्वाइश रहती है कि वह कभी बीमार न पड़े, हमेशा सुन्दर व जवां दिखे और उसपर कभी बुढापे का असर न हो, वह कभी बुढा न हो।
इसी बात को ध्यान में रखकर आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे है जिसका सेवन करके इन सारी समस्या से निजात पा सकते हो।
लेकिन इन्सान कितना भी कोशिश कर ले बुढ़ापा तो आयेगा ही और बुढ़ापे के आने से शरीर कमजोर होने लगती है ताक़त में कमी आने लगती है जिसके कारण बॉडी में कई सारी प्रोब्लम्स आने लगते हैं।
शरीर में होने वाली समस्यायें
जैसे हाथ पैरों और जोड़ों में दर्द , मांसपेशियों के दर्द , थकान ,कब्ज और इन सब चीजों से निजात पाने के लिए वह मार्केट में मिलने वाली महंगी महंगी दवाइयों का सेवन करने लगता है। फिर भी कोई फायदा नहीं मिलता मन में यही सवाल रहता है कि वह क्या करे जिससे इन सारी समस्या से निजात मिलें बुढ़ापे में भी खुद को जवां महसूस कैसे करे।
अजवाइन
वो चीज है अजवाइन, यह बहुत ही आसानी से और सस्ते में मिलने वाली चीज है, जी हां दोस्तो इसके सेवन मात्र से आप जीवनभर स्वस्थ रहेंगे किचन में तो इसका उपयोग मसाले के रूप में होता है लेकिन आयुर्वेद में अजवाइन का प्रयोग औषधी के रूप में प्राचीन काल से हो रहा है। अजवाइन में प्रोटीन, फैट,फाइबर और मिनरल जैसे कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और निकोटिनिक एसिड होता है, जो हमारी शरीर को बहुत ताक़त देते हैं।
आइये जानते हैं अजवाईन का सेवन कैसे करना है ..
रात को खाना खाने के आधे घंटे बाद आधा चम्मच अजवाईन को चबा चबाकर खा जाएँ ऊपर से 1 कप गुनगुना पानी पी लें ऐसा आप 1 दिन गेप करके पियें ।
दोस्तो अगर आप ऐसा करते हैं तो आपका शरीर कभी भी बीमार नहीं होगा। आप खुद को हमेशा तंदुरुस्त महसूस करोगे पुरे शरीर व जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत मिलेगी।अजवाइन के थायमोल में जो एन्टीबैक्टीरियल गुण होता है वह मुँह और दांत के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करती है। साथ ही अजवाइन में एंटी-कैरोजेनिक गुण होता है।
वह मुँह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण के आशंका को कम करने में मदद करता है। कफ से राहत दिलाने में मदद करता है यानि साँस नली के जमे हुए बलगम या कफ को कम करके दमा के परेशानी को कम करने में सहायता करती है। आयुर्वेद में अजवाइन को पाचक औषधि के रूप में जाना जाता है।
अजवाइन सैंकड़ो प्रकार के अन्न को हजम करवाने में सक्षम है। अजवाइन पाचक जूस के सिक्रेशन को बढ़ाने के साथ-साथ डाइजेस्टिव एन्जाइम के एक्टिविटी को बढ़ाकर हजम करने के शक्ति को बेहतर करने में मदद करती है। अजवाइन में एन्टी हाइपरटेंसिव गुण होता है जो धमनियों में ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता करती है और हाइपरटेंशन को लो करती है।
अजवाइन में जो थायमोल और कारक्रोल होता है वे एन्टीऑक्सिडेंट होते हैं और शरीर को फ्री रैडिकल्स से होने वाले क्षति को कम करने में मदद करते हैं। स्तनपान करवाने वाली मां के लिए अजवाइन का सेवन अच्छा होता है। दूध की मात्रा बढ़ाने में मदद करती है, गर्भवती महिलायों को इसके सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म रहती है।
साथ ही आप अजवाइन को खाने में डालकर खा सकते हैं यह सेफ होता है। इससे अजवाइन के फायदे भी सेहत को मिलता है।
दोस्तो आप हमारे द्वारा बताये गये नुश्खे का सेवन करके इसका भरपूर फायदा उठाइए और जीवनभर स्वस्थ रहिये।
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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…