Untold Story of Rani Mukherjee: 1900 और 2000 के दशक की फेमस एक्ट्रेस रानी मुखर्जी अपनी एक्टिंग का लोहा तो कई बार मनवा चुकी है। हालाँकि आजकल बड़े स्क्रीन पर नहीं दिखाई देती लेकिन अपने ज़माने में इनके चाहने वालों की कोई कमी नहीं थी। इनकी खूबसूरत आँखें और मादक आवाज के लाखों दीवाने थे और शायद आज भी हैं।
सात बार फिल्म फेयर अवार्ड पाने वाली अदाकारा जिनका फिल्मों में होना सफलता की गारंटी माना जाता था।
खंडाला गर्ल से लेकर मर्दानी तक इन्होंने अपने करैक्टर रोल्स को सिल्वर स्क्रीन पर इस कदर जीवंत कर दिया कि दर्शक इन्हें इनके फिल्मी नाम से ही पुकारने और पहचानने लगे थे। अपने करियर में रानी ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, इनका नाम बेस्ट एक्ट्रेस में गिना जाता है। क्या आपको पता है ये कभी फिल्मों में काम करना ही नहीं चाहती थी और परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से मजबूरी में फिल्मों में काम करना शुरू किया था।
रानी मुखर्जी
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम फिल्मी हस्तियों की जिंदगी के अनसुने किस्से पूरी रिसर्च के साथ प्रस्तुत करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे रानी मुखर्जी का सच..ऐसी बातें जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे।
बहुत कम ही लोग जानते हैं कि रानी मुखर्जी फिल्मों में अपना करियर नहीं बनाना चाहती थी। रानी ने एक इंटरव्यू में खुद बताया था, की घर में पहले से ही कई एक्ट्रेसेस थी और मैं कुछ अलग बनना चाहती थी। उस वक्त घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी जब मुझे एक ऑफर आया तब माँ ने कहा इसे ट्राई करो। अगर सब सही नहीं रहा तो तुम वापस से पढ़ाई कर सकती हो। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से मुझे बॉलीवुड में कदम रखना पड़ा।
हालाँकि रानी ने ये भी कहा कि अब उन्हें बॉलीवुड इंडस्ट्री से प्यार हो गया है। लेकिन तब उन्हें इस बात की बिल्कुल भी ख़ुशी नहीं थी। हालाँकि रानी ने ये भी बताया कि अगर वो एक्ट्रेस नहीं होती तो इंजीनियर या फैशन डिज़ाइनर होती।
शुरुआती जीवन
चलिए जानते है की उन्होंने बॉलीवुड में कैसे कदम रखा और इनका फ़िल्मी करियर कैसा रहा।
तो इससे पहले कि हम रानी की पर्सनल लाइफ और फिल्मोग्राफी की चर्चा करें तो चलिए जानते हैं कि इन्होंने शुरुआत कहाँ से की
रानी मुखर्जी का जन्म 21 मार्च 1978 को मुंबई में एक फिल्मी बैकग्राउंड वाले बंगाली परिवार में हुआ था….इनके पिता राम मुखर्जी एक फिल्म डायरेक्टर रहे और माँ कृष्णा मुखर्जी एक प्लेबैक सिंगर रही, इनके भाई राज मुखर्जी एक फिल्म प्रोडूसर और डायरेक्टर हैं और इनकी मासी देवा श्री रॉय नेशनल अवार्ड विनर बंगाली और हिंदी फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री रह चुकी हैं। तो वही मशहूर एक्ट्रेस काजोल रिश्ते में इनकी सगी चचेरी बहन लगती है।
रानी के जन्म से जुड़ी एक इंटरेस्टिंग बात बताते है। रानी ने खुद सिमी घरेवाल टॉक शो में बताया था कि जन्म के बाद ये किसी और बच्ची के साथ बदल गई थी लेकिन इनकी माँ कृष्णा मुखर्जी को पता चल गया कि ये बच्ची रानी नहीं है और वो उसी स्थिति में हर कमरे में गई और हर बेड को चेक किया। आखिरकार में एक सरदार जी के कमरे में मिली जिनकी पहले से छह बेटियां थी और मैं सातवीं की जगह थी।
खैर रानी बड़ी हुई और इनकी जुहू के मानेकजी कूपर हाई स्कूल से पूरी हुई। पढ़ाई के साथ ही दसवीं कक्षा में ही इन्होंने डांस सीखना भी शुरू कर दिया था। आगे की पढ़ाई के लिए रानी ने मुंबई के मीठीबाई कॉलेज में दाखिला लिया।
फ़िल्मी करियर
रानी के परिवार के बॉलीवुड कनेक्शन का असर रानी के जीवन पर भी पड़ा और महज चौदह साल की उम्र में ही रानी को इनके पिता द्वारा डायरेक्टेड 1996 में आई बंगाली फिल्म में एक छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला।
इसके बाद 1997 में रानी मुखर्जी को इनकी पहली हिंदी फिल्म राजा की आएगी बारात में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म के प्रोड्यूसर सलीम अख्तर और रानी के पिता दोस्त हुआ करते थे और सलीम की बदौलत ही रानी को इस फिल्म में कास्ट किया गया था। लेकिन जब फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही तब रानी अपनी पढाई पूरी करने के लिए वापस कॉलेज लौट गई।
इसके बाद इन्हें 1998 में आयी विक्रम भट्ट डायरेक्टेड फिल्म गुलाम में आमिर खान के अपोजिट काम करने का मौका मिला इस फिल्म का गाना ‘आती क्या खंडाला’ ने भारी लोकप्रियता हासिल की और रानी खंडाला गर्ल के नाम से मशहूर हो गयी।
हलाकि रानी मुखर्जी के बचपन में फेवरेट एक्टर आमिर खान थे। रानी मुखर्जी अपने एक इंटरव्यू में बताती है कि एक्ट्रेस बनने से पहले वो एक बार आमिर से मिली थी और उन्होंने उनसे ऑटोग्राफ माँगा था, पर आमिर ने रुडली रियेक्ट किया और ऑटोग्राफ नहीं दिया। जब ये बात रानी ने आमिर को बताई तो आमिर ने कहा कि मैं बच्चों से कभी रुड नहीं होता और उन्हें ये बात बिल्कुल भी याद नहीं थी।
इसी साल 1998 इनकी एक ऐसी फिल्म आयी जिसने इनकी पहचान और अहमियत दोनों बदलकर रख दी ये फिल्म थी ‘कुछ कुछ होता है’ वैसे तो इस फिल्म में इनकी चचेरी बहन काजोल लीड रोले में थी और रानी का साइड रोले था, लेकिन फिर भी इस फिल्म ने रानी की लोकप्रियता में चार चाँद लगा दिए। हालांकि करण जौहर डायरेक्टेड इस फिल्म में रानी को ये रोल इतनी आसानी से नहीं मिला था।
एक इंटरव्यू में करण जौहर ने बताया कुछ-कुछ होता है के लिए शाहरुख खान और काजोल तो फाइनल ही थे…..लेकिन रानी मुखर्जी के रोल के लिए काफी मुश्किल हुई। इस रोल को लेकर मैं आठ एक्ट्रेसेस के पास जा चुका था …..सभी ने इंकार कर दिया था। मेरी हालत भिखारी जैसी हो गई थी। रानी को कास्ट करने का आईडिया मुझे आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान ने दिया था। उन्होंने रानी की फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ में देखकर मुझे कहा था कि रानी इस रोल के लिए सही रहेगी।
खैर बात बन गई और रानी को कुछ कुछ होता है में कास्ट कर लिया गया। हालांकि हस्की आवाज होने के कारण पहले रानी की आवाज को डायरेक्टर करण जौहर किसी और से डब कराना चाहते थे। लेकिन रानी ने काफी मेहनत की और आखिर कार अपनी आवाज में ही डायलॉग्स बोले। रानी अपनी मेहनत और लगन से छा गई। फिल्म ने इन्हें रातों-रात स्टार बना दिया और ये बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय एक्ट्रेसेस में शुमार की जाने लगी फिर तो इनके पास फिल्मों की लाइन लग गई।
साल दो हजार के दौरान रानी ने बादल, बिच्छू, हे राम, हर दिल जो प्यार करेगा और कहीं प्यार ना हो जाए जैसी फिल्मों में काम किया। हालाँकि बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन फिर भी रानी को उनकी एक्टिंग के लिए पसंद किया गया।
2001 में भी रानी ने चोरी-चोरी चुपके-चुपके, बस इतना सा ख्वाब है और नायक द रियल हीरो जैसी फिल्मों में काम किया जिनमें नायक बेहद सफल रही तो वही इनमें कुछ फिल्में ऐसी भी रही जो बॉक्स ऑफिस पर बेहद कमज़ोर साबित हुई। साथ ही रानी का भी छोटे रोल्स होने की वजह से अपनी वर्सटाइल एक्टिंग दिखाने का मौका नहीं मिल रहा था।
रानी मुखर्जी ने फिल्मों से आठ महीने का ब्रेक लिया, ताकि वो अच्छी फिल्में चुन सके और फाइनली फिर 2002 में रानी को शाद अली डायरेक्टेड फिल्म ‘साथिया’ में काम करने का मौका मिला। ये फिल्म रानी के कैरियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। जिससे इनका करियर एक बार फिर से ट्रैक पर आ गया। फिल्म साथिया में अच्छे प्रदर्शन के लिए रानी को उस साल के फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस से भी नवाजा गया।
रानी मुखर्जी और ऐश्वर्या राय एक टाइम पर बहुत अच्छे दोस्त थे। पर रानी मुखर्जी ने ऐश्वर्या राय को अज़ीज़ मिर्ज़ा डायरेक्टेड फिल्म ‘चलते चलते’ में रिप्लेस किया और उन्होंने ऐश्वर्या को इन्फॉर्म नहीं किया, जिससे तब दोनों के दोस्ती के बीच दरार आ गई थी। ‘चलते चलते’ फिल्म में अपोजिट रोल में शाहरुख़ खान नज़र आए थे दोनों की ओन स्क्रीन जोड़ी को बेहद पसंद किया गया और फिल्म भी सुपर साबित हुई।
इसके बाद 2004 में आयी मणि रत्नम की फिल्म ‘युवा’, कुनाल कोहली की ‘हम तुम’ और यश चोपरा की फिल्म ‘वीर ज़रा में भी रानी के रोल को खूब पसंद किया गया।फिल्म युवा के लिए रानी ने बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवार्ड भी अपने नाम किया था।
2005 और 2006 के दौरान रानी की छह फिल्में रिलीज़ हुई। जिनमें 2005 में आई ‘ब्लैक’ और ‘बंटी और बब्ब्ली’, 2006 में आई कभी अलविदा ना कहना में इनके अभिनय की सबसे ज्यादा तारिफ हुई। इन्हें फिल्म ब्लैक के लिए फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला।
इसके बाद रानी की प्रमुख फिल्मों की बात करें तो 2009 में आयी दिल बोले हडिप्पा’ 2011 में आयी ‘नो वन किल्ड जेसिका’ 2012 में आयी तलाश, 2014 में आयी, मर्दानी, 2018 में आयी, हिचकी 2019 में आयी ‘मर्दानी 2’ रही जिनमें से ज्यादातर हिट और चर्चित फिल्में रही और रानी के अभिनय की भी खूब प्रशंसा हुई रानी ने इन सभी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के साथ साथ क्रिटिक्स को भी मंत्रमुग्ध कर दिया और इन फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए थे।
हाल की बात करें तो रानी मुखर्जी की मोस्ट अवैटेड फिल्म “Mrs. Chatterjee vs Norway” मार्च दो हजार तेईस में रिलीज़ हुई है। हालाँकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी और दर्शकों ने भी फिल्म को मिला-जुला रिस्पोंस दिया।
रानी की अपकमिंग फिल्में
रानी की अपकमिंग फिल्मों की बात करें तो बताया जा रहा है कि इस फिल्म का निर्माण यशराज फिल्म्स के बैनर तले हो रहा है। रिपोर्टस की माने तो इस फिल्म का निर्देशन मशहूर कोरियोग्राफर और रानी मुखर्जी की पुरानी दोस्त वैभवी मर्चंट (Vaibhavi merchant) करने जा रही है फिल्म के प्लोट और विषय पर फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है तो वहीं पिछले कुछ समय से रानी की फिल्म मर्दानी-3 को लेकर भी चर्चाएँ जोरों पर है पिछली दोनों मर्दानी फिल्मों में रानी मुखर्जी ने शिवानी शिवाजी रॉय नाम की पुलिस अफसर का किरदार निभाया था।
हाल ही में रानी ने फिल्म मर्दानी-3 पर बात करते हुए कहा मैं इस किरदार को फिर से निभाना चाहती हूँ लेकिन सब कुछ स्क्रिप्ट पर निर्भर करता है। अगर कहानी अच्छी मिलती है तो जरूर इस फिल्म का हिस्सा बनना चाहूंगी।
अवार्ड्स
रानी को मिले अवार्ड्स की बात करें तो फिल्म ब्लैक के लिए रानी सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री दोनों पुरस्कार जीतकर एक ही वर्ष में दो पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र अभिनेत्री बन गई।
रानी को अब तक सत्रह बार फिल्म फेयर अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है जिसमें से इन्होंने सात अवार्ड्स जीते हैं जो कि किसी भी बॉलीवुड एक्ट्रेस द्वारा जीते गए सबसे ज्यादा अवार्ड्स में शामिल हैं। इनसे ज्यादा फिल्मफेयर अवार्ड्स सिर्फ दो एक्ट्रेस ही जीत पाई है। इसके अलावा रानी ने स्टार गिल्ड, आइफा सहित कई और भी अवार्ड्स अपने नाम किए हैं।
1900 के समय में रानी मुखर्जी अपने आपको गुड लूकिंग नहीं मानती थी और इसलिए उन्हें अपने आपको एज एन एक्ट्रेस इमैजिन करना मुश्किल लगता था। रानी मुखर्जी काफी स्पिरिचुअल है और वो मानती है कि भगवान उन लोगों को ज़्यादा मुश्किलों का सामना करवाते है जिनसे वो ज़्यादा प्यार करते है। रानी मुखर्जी ने आज तक कोई भी फेयरनेस क्रीम को इंडोर्स नहीं किया है।
शादी
रानी हमेशा से ही कहती थी कि वो किसी एक्टर से शादी नहीं करेंगी और उन्होंने शादी फाइनली डायरेक्टर प्रोडूसर आदित्या चौपरा से की।
रानी मुखर्जी ने अपनी बेटी का नाम आदिरा रखा है. जो आदित्य के आदि और रानी के रा को जोड़कर बनता है।
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