How to get rid of calcium deficiency:- जोड़ो के दर्द कमर दर्द, पीठ दर्द गठिया व कैल्शियम की कमी से कैसे निजात पाएं।
किसी भी उम्र में शरीर में दर्द होना आम बात है लेकिन जब ये दर्द ज्यादा होने लगे तो बहुत परेशानी होने लगती है। फिर कोई भी काम को करने में बहुत प्रॉब्लम होने लगती है।
अक्सर लोगो को कमर में अकडन पीठ और जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। लेकिन इसे नज़रंदाज़ कर देते हैं। लेकिन ऐसा करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसीलिए समय रहते इसका सही इलाज कर लेना चाहिए नही तो ये प्रॉब्लम धीरे धीरे आपके आने वाले समय में बहुत मुश्किल पैदा कर सकती है।

अगर आपको घुटनों में कमर में दर्द रहता हो, गठिया की समस्या Osteoporosis हो शरीर में कैल्शियम की कमी हो सुजन हो तो इन सबकी सबसे बड़ी वजह है। शरीर में कैल्शियम की कमी..
शरीर के अलग- अलग हिस्सों में कैल्शियम की अलग मात्रा होती है, कैल्शियम की कमी की वजह से पीठ में दर्द, कमर में दर्द जोड़ों में दर्द बालों का झड़ना, दांतों में दर्द, जल्दी थक जाना, नाख़ून कमजोर होना दिल की धड़कन बढ़ना। ये सारी लक्षण देखने को मिलते हैं।
आपको मैं इस आर्टिकल में कैल्शियम की कमी को तेज़ी पूरा करने वाले रेमेडी बताऊंगा। जोड़ों और कमर दर्द को जड़ से ख़त्म करने वाले घरेलु नुस्खें जानेंगे। जो बहुत ही पावरफुल और आजमाए हुए नुस्खें हैं। कैल्शियम को दूर करने के लिए सबसे पहले जो चीज लेनी है वो है।
रागी..
रागी में भरपूर कैल्शियम होता है। दूसरे अनाजों के मुकाबले कैल्शियम तीन से 5 गुना ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। बड़े व बच्चों में हड्डियों की मजबूती के लिए रागी कम्पलीट फूड है। आप ज्यादा से ज्यादा रागी से बनी चीजो का सेवन करें। जैसे रागी से बनी रोटी, इडली, डोसा, इसकी बनी रोटी खाने वाले को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाला रोग आस्टियोपोरोसिस का खतरा कम रहता है। आप रागी के आटे को गेहूं के आटे में मिक्स कर चपाती बनाकर भी खा सकते हो।

इसके अलावा आप रागी माल्ट ले सकते हो। रागी माल्ट बनाने के किये आपको आधा कप दूध और आधा कप पानी और दो चम्मच रागी पावडर चाहिये होगा। तीनो को एक पैन में डाल दीजिये। इसमे मिठास के लिए थोड़ी सी मिश्री मिला लीजिये। आप चाहें तो इसमें ड्राईफ्रूट भी एड सकते हो 8 से 10 मिनट धीमी आंच में पकने के बाद आपका रागी माल्ट तैयार है आप इसे नाश्ते में लें।
दोस्तों रागी की सबसे बड़ी खासियत ये है की शरीर में कैल्शियम की कमी दूर करने के साथ शारीरिक कमजोरी को भी दूर करता है। जिनका वजन ज्यादा है या अंडर वेट हैं वो भी इसे फॉलो कर सकते हैं।
दूसरी है खसखस..
1.5 स्पून खसखस को थोड़े से पानी में 2/3 घंटे के लिए भिगो दें। 1 गिलास दूध में खसखस पानी सहित मिला लें, दूध को बॉईल करें। मिठास के लिए मिश्री डालें और इसको आप शाम ४ बजे के बाद कभी भी सेवन कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो रात को सोने से पहले इसका सेवन कर सकते हैं।
फायदे ..
इसके सेवन से यह आपके हड्डियों के लिए भी पॉपी सिड्स के फायदे बहुत हैं। खसखस कैल्शियम, जिंक और कॉपर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये दोनों तत्व हड्डियों को मजबूत करने और इनके विकास में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ कॉपर और जिंक मिलकर हड्डीयों के नुकसान को रोकने में प्रभावी भूमिका अदा कर सकते हैं।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम और फास्फोरस दोनों की सही मात्रा की आवश्यकता होती है। खसखस फास्फोरस से समृद्ध होता है, जो कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों को फायदा पहुंचाता है।

शरीर के साथ-साथ दिमाग के लिए भी फायदेमंद है यह न केवल आपको स्ट्रेस और डिप्रेशन से बचाता है। बल्कि आपकी दिमागी क्षमता में इजाफा करता है। दिमाग हमेशा एक्टिव रहेगा। शरीर में कमजोरी है तो इसका सेवन आज से ही चालू कर दीजिये। यह शरीर को स्वस्थ और मज़बूत बनाता है।
बढ़ते वजन को कंट्रोल करता है। कब्ज़ की समस्या से पीड़ित है तो यह कब्ज़ से राहत दिलाएगा तथा पाचन को मज़बूत करने में मददगार होता है। ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए यह एक बढ़िया और स्वादिष्ट विकल्प है। इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लडप्रेशर को कंट्रोन करने में मदद करता है।
अनिद्रा की समस्या से ग्रस्त लोग इसका इसका इस्तेमाल जरूर करें यह अच्छी नींद लाने के लिए सहायक साबित होता है, यह शरीर में होने वाले किसी भी प्रकार के दर्द को जड़ से निकाल फेकेगा, सांस संबंधी तकलीफ होने पर भी यह काफी फायदेमंद होता है।
इसके अलावा आप दूध और दूध से बनी चीजो का सेवन करें।
औसतन एक गिलास दूध में 300 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
दहीं..
कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा वाला दही एक शानदार प्राकृतिक प्रोबायोटिक है। यह पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता है। कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए अपने दैनिक आहार में दही शामिल कर लें।

साथ ही दालों में मूँग दाल, राजमा, सोयाबीन, चना, मोठ का सेवन करना चाहिए। इसमें कैल्शियम की प्रचुरता होती है साथ ही ताज़ी हरी सब्जि और ताज़ी फलों का सेवन करें।
इसके अलावा हम कुछ घरेलु उपाय के माध्यम से भी कमर दर्द, पीठ दर्द, जोड़ो के दर्द से राहत पा सकते हैं।
- सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें।
- नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है।
- कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से भी दर्द से आराम मिलता है।

शरीर में किसी भी दर्द के राहत के लिए व्यायाम करना चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं। तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।
घुटनों और जोड़ों में दर्द को दूर करने के लिए आप 1 चम्मच हल्दी में 2 चम्मच पानी मिलिए और उसमे चुटकी भर चुना मिला दीजिय। सभी को मिक्स कर ले। आप इसे रात को घुटनों और जोड़ों में लगाकर हलके हाथों से मालिश कर के किसे कॉटन कपडे या क्रेप बैंडेज बाँध दीजिये। पूरी रात इसे बांधे ही छोड़ दें। इससे आपको दर्द में बहुत राहत मिलेगी।