How to Eat Gram:-दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे भीगे हुए चने खाने के फायदों के बारे में। जिसमे आपको भीगे हुए चने से सम्बन्धित तरह तरह की जानकारीयां मिलेगी।
दोस्तों चने खाने से आपके शरीर में क्या क्या होता है और चने को कैसे खाएं इस आर्टिकल में पूरी जानकारी जान लें।
दोस्तों आपने कई सारे आर्टिकल देखें होंगे लेकिन कहीं न कहीं आपको पूरी जानकारी नहीं मिली होगी और आप शायद उन जानकारी से पूरी तरह से संतुष्ट भी नहीं हुए होंगे। लेकिन इस आर्टिकल को देखने के बाद आप पूरी तरह संतुष्ट हो जायेंगे। आप ये अच्छे से जान जायेंगे कि भीगे हुए चने खाने से शरीर को कौन कौन से पोषक तत्व मिलते हैं और शरीर को कौन कौन से फायदे होते हैं।
दोस्तों वेजिटेरियन खाने में चना को एक बहुत ही पौष्टिक आहार माना जाता है और ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में पायी जाती है इसके साथ की कई दुसरे जरूरी न्युट्रियनस भी काफी मात्रा में मौजूद होते हैं।
लेकीन आपको यह जानकारी होनी बहुत जरूरी है कि किसी भी खाने का पूरा फायदा शरीर को मिलने के लिए उस खाने के फायदे और नुकसान पता होने के साथ साथ उसे खाने का सही समय और सही तरीके का पता होना बहुत ही जरूरी होता है। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे की चना खाने के क्या क्या फायदे और क्या क्या नुकसान होते हैं। एक दिन में कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितना खाना चाहिए इसे खाने का सही समय क्या है।
वजन बढ़ाने और घटाने के लिए चने को अपने खाने में किस तरह इस्तेमाल करना चाहिए।
चलिए जानते हैं चने खाने के क्या फायदे होते हैं, साथ ही इसके क्या नुकसान होते हैं।
दोस्तों चने में कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन की सबसे ज्यादा मात्रा होती है और साथ ही इसमें विटामिन बी नाइन यानि फोलिक एसिड, मग्निज, आयरन, पोटेशियम, कॉपर जिंक और कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स और पानी ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं।
लेकिन सबसे अच्छी बात ये है कि चने में फाइबर की अच्छी खासी मात्रा होती है। जो की कार्बोहाइड्रेट को रेगुलेट करने के साथ कब्ज को दूर करने और डाइजेशन को इम्प्रूव करने में भी बहुत हेल्प करता हैं। क्योंकि किसी व्यक्ति में कब्ज होने का सबसे बड़ा कारण होता है। डाईट में फाइबर की कमी, जो की चने में बहुत ही सही मात्रा में मौजूद होता है।
ये स्किन और बालों के लिए अच्छा होता ही है साथ ही शरीर में बेड कोलेस्ट्राल की मात्रा को घटाने, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करने में भी बहुत मदद करता है। साथ ही इसमें जो हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है वो वजन बढ़ने और घटाने दोनों में ही बहुत मदद करता है। लेकिन उसके लिए जरूरी है इसका सही तरीके से सेवन किया जाएँ।
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि चने को कच्चा, पका हुआ या फिर अंकुरित करके खाना चाहिए ?
दोस्तों चने को अलग अलग तरीके से खाने से उसके फायदे भी अलग अलग होते हैं और किसी भी सिचुएशन में इसकी जानकारी न होने की वजह से ये शरीर को नुकसान भी पंहुचा सकता है।
दोस्तों पानी में भीगे हुए कच्चे चने में पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा होती है ही लेकिन ये पचने में भी थोडा भारी होता है। क्योंकि कच्चे चने में मौजूद फाइबर को तोड़ने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए अगर आप कच्चे चने का सेवन करते हैं तो उसे अच्छे से चबाकर खाएं और इसका थोड़ी मात्रा में ही सेवन करें।
जबकि चने को अंकुरित करके खाने से उसके फायदे और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं, क्योंकि अंकुरित चने में एम्जाइम, प्रोटीन वयटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर की मात्रा काफी हद तक बढ़ जाती है।
दोस्तों यहाँ समझना बहुत जरूरी है की वैसे भी चना कम्पलिट सोर्स प्रोटीन फ़ूड नही माना जाता हैं। क्योंकि इसमें मेथ्योनिन नामक एक अमिनो एसिड मिसिंग होता है, लेकिन चना अंकुरित होने के बाद इसमें पूरे अमिनोसिड की पूर्ती हो जाती है और ये एक कम्पलिड फ़ूड बन जाती है, यहाँ इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है की अंकुरित चने के इतने फायदे होने के बावजूद इसमें एक कमी भी पाई जाती है और जो है इसमें पाए जाने वाला बक्टिरिया।
भीगे हुए चने को अंकुरित होने के लिए लम्बे समय तक रखने की वजह से इसमे कुछ बक्टिरिया ग्रो होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ जाते हैं और यही वजह है कि बच्चे बूढ़े और प्रेग्नेट महिलाओं को अंकुरित चना कच्चा यानि बिना उबाले नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इन लोगो की इम्युनिटी पावर बहुत कमजोर होती है। जिससे की कच्चे अंकुरित चने में मौजूद बक्टिरिया शरीर को नुकसान भी पंहुचा सकता है। जबकि चने को उबालकर या थोडा पकाकर खाने से उसमे वायटामीन्स और मिनरल्स की मात्रा में थोड़ी कमी तो आती है लेकिन ये खाने में ज्यादा सेफ और पचने में ज्यादा आसान हो जाता है। जिससे की हर कोई इस्तेमाल कर सकता है।
चना कब खाएं ? यानि इसे खाने का सही समय क्या है ?
दोस्तों पके हुये चने का दिनभर में कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ज्यादा बेहतर यह है कि इसका सुबह के नाश्ते में इस्तेमाल किया जाये। जबकि पानी में भिगोए हुए यानि कच्चे का हमेशा ही सुबह खाली पेट ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसे खाने के बाद दूसरा कुछ भी खाने के लिए कम से कम एक से डेढ़ घंटे का गैप जरूर रखना चाहिए ताकि चने के खाने का पूरा फायदा शरीर को मिल सके।
चना कितनी मात्रा में खाना चाहिए ?
दोस्तों किसी भी व्यक्ति को एक दिन में कितना चना खाना चाहिए। ये उस व्यक्ति के पाचन और उसके फिजिकल एक्टिविटीज पर निर्भर करता है। लेकिन फिर भी पहली बात तो यह की पानी में भीगे हुए चने यानि कच्चे चने का इस्तेमाल करते हैं। आपको इसका एक या दो मुट्ठी से ज्यादा इस्तेमाल नही करना चाहिए और इसे खाते समय बहुत ही अच्छे से चबा चबा कर खाना चाहिए। क्योंकि पानी में भीगा हुआ चना पचने में थोडा भरी होता है।
जिससे की इसका ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करने से गैस और अपचन जैसी प्रोब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है। जबकि इसे उबालकर या पकाकर खाने से 50 से 60 ग्राम तक कोई भी इस्तेमाल कर सकता है और जो लोग जिम या एक्सरसाइज़ करते हैं। वो अपने जरुरत के हिसाब से सौ या डेढ़ सौ ग्राम तक इसका इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन एक ही बार में सौ या डेढ़ सौ ग्राम तक चने का इस्तेमाल न करें बल्कि थोडा थोडा करके दो से तीन बार में इसका इस्तेमाल करें।
चलिए अब बात करते है वजन बढाने या घटाने के लिए चने को अपने डाईट में किस तरह से शामिल करना चाहिए।
दोस्तों चने में अच्छी खासी प्रोटीन होने की वजह से ये शरीर में मसल्स को बढ़ाने और बढ़ी हुयी चर्बी को कम करने में भी बहुत मदद करता है। साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रेट के साथ फाइबर मौजूद होने की वजह से ये एक लो ग्लेस्मिक फ़ूड की श्रेणी में आता है और जो की बहुत ही अच्छी बात है। लो ग्लेस्मिक फ़ूड शरीर में धीरे धीरे अब्जोर्व होता हैं।जिससे की ये खून और शरीर में चर्बी की मात्रा को बढ़ने से रोकता हैं।
अगर आप वजह घटाने के लिए डाईट फॉलो कर रहे हैं। तो बेहतर है की 20 से 25 ग्राम चने को पानी में डालकर रातभर फूलने के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर उसे अच्छे से चबाकर खाएं। क्योंकि कच्चे चने में पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा होती ही है। साथ ही यह शरीर में धीरे धीरे पचने की वजह से भूख को काफी हद तक कण्ट्रोल में रखता है। जिससे की वजन घटाने में बहुत मदद मिलती है।
अगर आपको कच्चा चना अच्छे से नही पचता या फिर गैस की प्रोब्लम होती है तो बेहतर है की चने को उबालकर खाएं। साथ ही आप चने को कच्चा खाएं या उबालकर उसके टेस्ट को इन्हेन्स करने के लिए आप उसमे प्याज, टमाटर, धनियापत्ता, थोड़ी सी हरी मिर्च, निम्बू और चुटकी भर नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से टेस्ट तो बेहतर होता ही है। साथ ही इसमें पोषक तत्व की मात्रा भी काफी हद तक बढ़ जाती है।
इसके अलावा अगर आप चाहें तो थोड़ी सी भुने हुए चने का शाम को स्नेक्स के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। भूने हुए चने जब भी खाएं छिलके के साथ ही खाएं। क्योंकि पूरा फाइबर इसके छिलके में ही मौजूद होता है और अगर आप वजन बढ़ने की डाईट फॉलो कर रहे हैं तो चने को हमेशा पकाकर ही खाएं। ताकि ये शरीर में जल्दी पच सके और इसके लिए रात भर पानी में भीगाये गये 50 ग्राम चने को सुबह के नाश्ते में हलके से नमक मिर्च डालकर उबालकर सेवन करें।
दोपहर में 20 से 25 ग्राम भुने हुए चने थोड़ी सी गुड के साथ इस्तेमाल करें और इतना ही भुना हुआ चना शाम को गुड़ के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं। हालाँकि वजन बढ़ाने या घटाने में सिर्फ चना अकेले कुछ नही कर सकता। क्योंकि यह पूरी तरह से किसी भी व्यक्ति के पूरे दिन खाए जाने वाले खाने लाइफ स्टाइल पर डिपेंड करता है।