Causes and remedies for pain in the legs.:-दोस्तो क्या आपके टांगों की नसे बार बार चढ़ जाती है। अकडन होने लगती है ऐठन होती है पैरों के नसों में खिचाव पैदा होता है। तो दोस्तों इसको लाइटली मत लीजिये अक्सर बहुत से लोग क्या करते हैं। इसको नजरंदाज़ कर देते हैं।
उन्हें लगता है कि यह मामूली सा दर्द है अपने आप ठीक हो जायेगा। दोस्तों इस तरह का दर्द अचानक किसी भी समय होता है। उठते समय, बैठते समय, चलते समय, ज्यादातर मांसपेशियों में खिंचाव या ऐठन की समस्या रात को सोते समय होती है।
इस तरह जब दर्द होता है तो कुछ समय के लिए बहुत असहनीय दर्द होता है। इसको सहना मुश्किल हो जाता है।
आपको यह जानना बहुत जरूरी है। ऐसा किन कारणों से होता है?
इस तरह का दर्द ज्यादातर उन लोगों में देखा जा सकता है। जिनके शरीर में वात बढ़ गया हो जिन्हें लगातार एक ही जगह पर खड़ा रहना पड़ता है। लगातार खड़े रहने पर नसों में दबाव पड़ने लगता हैं और ब्लड एक ही जगह पर रूकने लगता है।
शरीर में पानी कि कमी होने पर
ऑफिस में कई घंटों तक एक ही पोजीशन में कुर्सी पर पैर लटकाकर बैठे रहना। जैसा कि आजकल लोग कम्प्यूटर और लैपटॉप के सामने घंटों बैठे रहते हैं। इससे सबसे अधिक दबाव पैरों पर पड़ता है।
पैदल चलने से बचना, अपने डेली लाइफ व्यायाम, योगा एक्ससाइज़ न करना बहुत अधिक वजन बढ़ना मोटापा क्योंकि शरीर का सारा भार शरीर के निचले हिस्से पर पड़ता है।
दोस्तों कुछ ऐसे घरेलु उपाय के बारे में बताने जा रहा हूँ। जिसके इस्तेमाल से पैरों में होने वाले दर्द, अकडन नसों की कमजोरी से आपको आराम मिलने लगेगा।
मेथी ..
रात को आधा चम्मच मेथी पाउडर को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट मेथी के पानी को पी लें। मेथी वातनाशक होता है। ऐसा अगर आप करते हैं तो शरीर का जो वात या हवा है। वो खतम होगी इसके अलावा मेथी को पीसकर उसका पेस्ट दर्द होने वाले नसों पर लगाकर उसको कपड़े से बांध दें। इससे भी आपको फायदा मिलेगा।
अखरोट ..
आप रोजाना अखरोट खाइए रात को दो तीन अखरोट कि गिरी को भिगोकर रख दें सुबह इसको सेवन कीजिये इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है , नसों को कमजोरी दूर होती है
पैरों की मांसपेशियों को फ्लाक्सिब्ल और हेअलथी रखने के लिए अपनी डेली रूटीन में एक्सरसाइज योग जरुर करें। जिससे पूरी बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होगा और दर्द से छुटकारा मिलेगी। ज्यादा देर तक एक जगह पर न बैठें, बैठने पर ध्यान रखें कि पैर एक दूसरे के ऊपर क्रॉस न हों -सोते समय पैरों को सर के लेवल से थोडा उठाकर रखें।
इसके अलावा नसे कमजोर तब होती है। जब हमारे शरीर के अन्दर विटामिन बी12 ,मग्निशियम ,और पोटेशियम की कमी हो जाती है।
तो सबसे पहले परहेज की बात करें तो आपको नमक और शक्कर कम खाना है। आइसक्रीम नहीं खानी इसके अलावा आयली फूड रिफाईन्द ओइल बिलकुल ही बंद कर दीजिये। जंक फूड बंद कर दीजिये इसके अलावा शराब का यूज़ नहीं करना।
आपको सबसे पहले क्या करना है?
हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा खानी है इसमें बहुत सारा विटामिन बी 12 होता है। विटामिन c , विटामिन e होता है और मग्निशियम होता है। जो की नसों को मजबूती देता है। सेकंड आपको ओमेगा 3 जरूर लेना है। ओमेगा 3 आलमंड, मछली अलसी और वालनट में बहुत सारा ओमेगा 3 होता है।
आप इसे जरूर खाइए ये नसों के कमजोरी को दूर करता है। किसमिस खाने की आदत डाल लें। यह शरीर में अन्य लाभ पहुंचाने के साथ ही नसों की कमजोरी का भी बेहतरीन इलाज है।
इसके अलावा आपको 1 चम्मच पंपकिन सीड्स जरूर खाना चाहिए। आप इसे रोस्ट करके खाइए, पावडर बनाकर दूध में मिक्स करके खाइए। जैसे आपको अच्छा लगे वैसा खाइए लेकीन खाइए जरूर, क्योंकि ये नसों को मजबूती देने का बेस्ट सोर्स है।
इसके अलावा जो लोग जिम जाते हैं। उनको जरूर खाने चाहिए क्योंकि वो मसल पेन को दूर करती है। पंपकिन सीड्स में बहुत सारा मग्निशियम, कोपर और जिंक होता है। जो हमारे माइंड को शार्प भी करता है और हमारे नसों को मजबूती भी देता है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से भी नसों में होने वाली दिक्कत को एक दम से दूर किया जा सकता है और बहुत दिनों तक करेंगे तो ये बीमारी जड़ से ख़त्म हो जाएगी।
मोटापा कम करने पर ध्यान दें। शरीर पर ज़्यादा टाईट कपडे नहीं पहनें। ज़्यादा हील ऊंची एडी वाले चप्पल और जूते नहीं पहनें।