BEST HOME REMEDIES FOR LEUCORRHOEA:-दोस्तो ल्यूकोरिया महिलाओं में अक्सर होने वाली एक आम समस्या है,जो ज्यादातर महिलाओं या युवतियों में होती है। ल्यूकोरिया, जिसे श्वेत प्रदर या सफेद पानी की समस्या भी कहा जाता है। यह अलग-अलग कारणों से होती है।
ल्यूकोरिया का सबसे बड़ा कारण क्या होता है? और क्या उसके घरेलु उपाए।
आइये जान लेते हैं ल्यूकोरिया होने के कारण और उसको दूर करने के उपाय के बारे में,
ल्यूकोरिया का सबसे बड़ा कारण योनी की ठीक से सफाई न होना है। पीरियड्स के दौरान पैड्स प्रोपर यूज़ नहीं करना फ्रीकुएंटली चेंज नहीं कर पाना। पुअर हाईजनिंग कंडीशन की वजह से ल्यूकोरिया का प्रोबलम देखा जाता है।
कमजोरी के कारण भी ल्यूकोरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अत: अपने आहार पर विशेष ध्यान दें, पर्याप्त प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन करें और स्वस्थ रहने का प्रयास करें। शरीर में खून की कमी भी ल्यूकोरिया का कारण बन सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए आयरन से भरपूर चीजों का सेवन करें, ताकि हीमोग्लोबिन का स्तर कम न हो रात को।
साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें ..
मासिक धर्म के समय भी सफाई का विशेष ध्यान रखें। अत: योनि की सफाई और उसे सूखा रखना बेहद जरूरी है, अन्यथा इन्फेक्शन फैलने से यह समस्या हो सकती है। हर 4 से 6 घंटे में पैड बदलते रहें और हल्के गर्म पानी से योनि मार्ग की सफाई करें, ताके कीटाणु न रहें। सूती अंडर गारमेंट्स का प्रयोग करें और दिन में दो बार गारमेंट्स को बदलें।
आइये जानते हैं इसे घरेलु उपाय के जरिये कैसे इलाज करें ?
- पानी में अंजीर भिगोकर रखें और सुबह गुनगुने पानी में इसे पीसकर खाली पेट सेवन करें।
- प्रातः काल पके केलो का सेवन करें।
- देशी गाय दूध में 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी काफी आराम मिलता है।
- केले के कोमल पत्तों को पीसकर दूध में पकायें और वह दूध पीने से लाभ होता है।
- पके केले की खीर दूध में बनाकर पीये।
- पका केला देशी गाय के घी के साथ सुबह श्याम खाने पर श्वेत प्रदर रोग मे आराम मिलता है।
- बड के पत्तों का दूध, मिश्री के साथ लेने पर तथा उसके बाद गाय का दूध लेने से यह रोग ठिक हो जाता है।
- गिलोय और शतावर को समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाये और उसका काढा बनाये और सुबह शाम आधा -आधा कप काढा पीये।
- 4 सूखे सिघांडे रात को रात्रि मे भिगो दें सुबह उन्हे पीसकर उसमें मिश्री मिलाये और खाली पेट खायें तथा गाय का दूध पीयें।
- आंवले के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से श्वेत प्रदर मे लाभ होता है।
- गाय के दूध में तुलसी का रस मिलाकर पीने से काफी लाभ होता है। तुलसी के रस में शहद मिलाकर सुबह श्याम चाट ले।
- खाने के बाद मूली का नियमित सेवन करें।
- सुखा आँवला + मुलहठी समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाये और सुबह श्याम सहद के साथ चाटे और उसके बाद गाय का दूध पीये। यहां गाय के दूध का अर्थ है शुद्ध देशी गाय का दूध।