Benefits of nigella and nigella oil.:-दोस्तों क्या आपको कलौंजी के बारे में पता है। नहीं पता तो चलिए इसके बारे जानते हैं। कलौंजी को काला जीरा, ब्लेक सिड के नाम से भी जाना जाता है। कलौंजी के बीज में बहुत सारे तत्त्व होते हैं। जिसे फाईटोकेमिकल्स कहा जाता है। जिनमे एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते है। आज के इस टोपिक पे जानते हैं कलौंजी के तेल के फायदे के बारे में। कलौंजी के तेल में कई प्रकार के फाईटोकेमिकल्स होते हैं जो हमारे लिए बहुत उपयोगी होता है।
कलौंजी के तेल से सेहत को मिलते हैं कमाल के फायदे,
चलिए जानते हैं कलोंजी के तेल के फायदे के बारे में ..
कलौंजी का तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। उनमे से एक लाभ डाईबिटिज के लिए भी है। कलौंजी का तेल डाईबिटिज के प्रभाव को कम करता है। कलौंजी का तेल आपके अग्नाशय कि इन्शुलीन उत्पादक कोशिकाओं में वृद्धि करता है और आपके खून में शुगर को संतुलित बनाये रखता है। इस तेल का उपयोग करने से कोई नुकसान नहीं होता है।
अगर आप अपने बढ़ते वजन को कम करना चाहते है तो कलौंजी तेल का उपयोग करें। यह तेल वजन को कम करने में बहुत प्रभावी होता है। यह आपके शरीर में उपस्थित अतिरिक्त फैट को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित नहीं करता बल्कि प्रत्यक्ष रूप से वसा को कम करता है।
कलौंजी के तेल में उपस्थित रसायन में एंटीट्यूमर गुण होते है। जो कि कैंसर कि कोशिकाओं के उपचार में मदद करते हैं। कलौंजी का तेल कीमोथेरेपी दवाओं के हानिकारक प्रभाव और विष को कम करने में मदद करता है।
अगर आप चेहरे के किल मुहांसे से छुटकारा पाने चाहते है तो कलौंजी तेल का इस्तेमाल करें। कलौंजी का तेल चेहरे कि फूँसियों के उपचार के लिए अच्छा होता है। कलौंजी के तेल में जिवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुहांसे के बैक्टीरिया को खत्म करते है।
बालों के झड़ने (Hair fall) की समस्या आज हर किसी को है। यह बढ़ती उम्र और शरीर में हार्मोन्स की कमी के कारण होती है। कलौंजी के तेल में एंटीमाइक्रोबियल (antimicrobial) और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते है जो बालों की इन समस्याओं को दूर करने में हमारी मदद करते है।
यदि आप झड़ते बालों से परेशान है तो इसका उपचार कलौंजी तेल के द्वारा किया जा सकता है आप इसे जैतून या नारियल तेल के साथ मिला कर इसे अपने बालों में लगा सकते है। यह तेल आपके बालों को मजबूत बनाने के साथ साथ उनके बढ़ने में भी मदद करता है।
यदि आपके बाल रुखे और कमजोर है तो यह तेल आपके सिर में नमी (moisturized) बनाए रखने और बालों को सुंदर बनाने में आपकी मदद करेगा।
दांत का दर्द होने पर कलौंजी तेल की कुछ मात्रा को दर्द बाले स्थान पर लगाने से तुरंत राहत का अनुभव होता है।
कलौंजी के तेल में ओमेगा-6 और एसिड के साथ फइटोस्टेरॉल (Phytosterols) होते है जो दिल को स्वस्थ बनाने में प्रमुख भूमिका निभाते है। इसके उपयोग से खून की नसों में लचीलापन और मजबूती आती है। हृदय में होने वाली अन्य समस्याओं को दूर करने में कलौंजी तेल का उपयोग किया जा सकता है।
इसका नियमित उपयोग थ्रोम्बस गठन (thrombus formation) को रोकने और धमनियों में पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करता है। आपको अपने स्वस्थ दिल के लिए नियमित रूप से कलौंजी और उसके तेल का उपयोग करना चाहिए।
पेंचिस, दस्त या डायरिया संक्रमण के कारण होते है। काले जीरे के तेल में उपस्थित प्रतिरोधक शक्ति और एंटीवायरल (Antiviral) गुण होते है। इस कारण कलौंजी के तेल को दस्त के उपचार के लिए सस्ता सरल और प्रभावी माना जाता है। कलौंजी तेल के और भी घरेलू उपचार होते है। यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है और आपको कब्ज से भी राहत दिलाने में मदद करता है।
कलौंजी के तेल का उपयोग फंगल संक्रमण को दूर करने और उसके बापस आने की संभावना को भी कम करता है।
नुकसान ..
मधुमेह रोगीयों को कलौंजी तेल का उपयोग बड़ी ही सावधानी से करना चाहिए। इसका ज्यादा उपयोग उनके खून में शुगर के स्तर को कम कर सकता है। इसलिए उन्हें इसका उपयोग कम करना चाहिए और समय-समय पर खून की जांच कराते रहना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली महिलाओं में इसके कोई हानिकारक प्रभाव नहीं है। लेकिन इसका उपयोग उन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए जिनके गर्भ संवेदनशील है।
कलौंजी तेल का एक और बुरा प्रभाव एलर्जी या चिड़चिड़ापन हो सकता है। इसलिए इसका सेवन जरूरत होने पर ही सीमित रूप से करें।