Ashwagandha for Complete Benefits.:-दोस्तों आज हम बात करेंगे बहुत ही गुणकारी औषधि अश्वगंधा के बारे में, आज मै आपको बताउंगा कि क्या अश्वंगधा सिर्फ पुरुषों के लिए अच्छा होता है या महिलाएं भी इसका इस्तेमाल कर सकती है।
इसे सेवन करने का सही तरीका क्या है ? कौन कौन सी बिमारियों में यह फायदा करती है इसको लेने का तरीका क्या है? इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए इन सबके बारे में विस्तार से जानने वाले हैं।
दोस्तों अश्वगंधा में दो शब्द है अश्व + गंधा, अश्व यानि घोड़ा और गंध का मतलब जिस वनस्पति से घोड़े जैसी गंध आती है वो अश्वगंधा है। इसके और भी कई नाम संस्कृत में बताये गये है वाजीगंधा, गंधाता, वर्धा आदि।
जिन लोगों को रात को अच्छे से नींद नहीं आती है। उन लोगों के लिए अश्वगंधा एक बहुत अच्छी औषधी है इसके जो जड़ है। उससे औषधि बनाया जाता है चाहे अश्वगंधा का चूर्ण हो या चाहे और भी कोई औषधि हो इसमें इसके जड़ों का इस्तेमाल किया जाता है।
इसकी तासीर की अगर बात करें तो यह गरम तासीर की है और अगर इसके स्वाद की बात करें तो वो है मीठा, कशेयला, तीता।
अश्वगंधा वात और कफ दोष को कम करने वाला है जिनके शरीर में वात और कफ दोष बढ़ा हुआ है। उनके लिए अश्वगंधा एक बहुत ही फायदेमंद औषधि है लेकिन इसकी तासीर गरम है तो जिनकी पित्त प्रकृति है। पित्त बढ़ने के कारण जिनको तखलीफ़ होती है, शरीर में जलन रहती है। तो उन्हें इसका सेवन एक्सपर्ट से पूछकर करनी चाहिए या पित्त को कम करने वाली औषधि के साथ इसका सेवन करना चाहिए।
डाइजेशन पर अश्वगंधा का क्या असर होता है।
दोस्तों अश्वगंधा हमारे जठराग्नि को एक्टिव करने का काम करती है। अग्नि को बढ़ाने का काम करती है, जिससे पेट में खाना अच्छे से पचता है, शरीर में भूख को बढाती है, साथ ही शरीर में बढ़ी हुयी वात को कम करने में हेल्प करती है।
इसके अलावा अगर किसी के पेट में कीड़े हो गये हैं। तो उसे ख़तम करती है, पेट दर्द से आराम दिलाती है इस तरह जिन लोगों को भूख नहीं लगती या जिनके पेट में गैस एसिडिटी, जलन की प्रोब्लम रहती है उससे आराम दिलाती है।
अश्वंगधा के फायदे
अश्वगंधा का साँस यानि हमारे रेस्परी सिस्टम पर क्या असर होता है। दोस्तों अश्वगंधा कफ को दूर करने वाली है। तो जिनको भी बहुत खांसी रहती है, साँस लेने में तखलीफ़ होती है यानी दमा की प्रोब्लम रहती है तो इन सभी में अश्वगंधा का सेवन आप कर सकते हैं।
इसके लिए अश्वगंधा आधी छोटी चम्मच में 1 चम्मच शहद मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं, क्योंकि शहद जो है कफ को पतला कर उसको शरीर से बाहर निकालने में हेल्प करती है। अस्थमा पेशेंट जिन्हें साँस लेने में तखलीफ़ रहती है वो भी कम होती है साथ ही यह वात को भी बेलेंस रखती है।
इसके अलावा अश्वगंधा खून को साफ रखती है। स्किन से रिलेटेड सारे प्रोब्लम्स को दूर करती है। इसके सेवन करने से स्किन पे हमेशा ग्लो रखता है, शरीर हमेशा सुंदर दिखाई देता है।
सफ़ेद दाग में आप अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं ,जिनको ब्लड प्रेशर याने हाइपरटेंशन की प्रोब्लम है वे भी अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं, इसके अलावा शरीर में आई सुजन को कम करने में भी बहुत हेल्प करती है, तो जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता है। साथ ही पैरों में सुजन रहता है वे लोग अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं।
अश्वगंधा की अगर अगले फायदों की बात करें तो यह हार्ट के मांसपेशियों को मजबूत बनाती है। इसके लिए यह टोनिक का काम करती है। जिनकी भी धड़कने तेज हो जाती है यानि हार्ट बीट बढती है। जिनको भी बहुत ज्यादा डर लगता है वे लोग भी अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं ।
इसके अलावा मसल्स यानि मांसपेशियों को मजबूत करती है, जो भी डेली एक्सरसाइज़ करते हैं, जिम जाते हैं बॉडी बिल्डिंग करते हैं। उन्हें अश्वगंधा का जरूर सेवन करना चाहिए। नसों को भी मजबूत करती है अच्छे से खोलती है। साथ ही यह शरीर में इन्युनिटी को बढ़ाने का काम करती है। डाइबिटीज को कण्ट्रोल करती है।
इसके अगले फायदों की अगर बात करें तो अश्वंगधा नींद न आने वाली प्रोब्लम को दूर करती है। जिनको नींद नहीं आती उन लोगों के लिए अश्वगंधा एक बहुत ही अच्छी टोनिक है ,अच्छी नींद लाती है।
इसके अलावा जो लोग ज्यादा सोचते हैं एंजाइटी है जिनको भी ज्यादा टेंशन या तनाव रहता है। किसी बात को लेकर ज्यादा चिंता करते हैं। तो इन सभी प्रोब्लम्स को दूर करने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं। यह नींद लाने के साथ साथ दिमाग को शांत रखती है।
इसके अलावा जिन पुरुषों के शरीर में वीर्य की कमी है, शुक्र धातु कम हो गयी है। वे लोग अश्वगंधा का सेवन कर सकते हैं। यह वीर्य की कमी को दूर कर शरीर के अंदरूनी कमजोरी को दूर करती है।
पुरुषों के साथ साथ महिलाओं के लिए भी अश्वगंधा एक बहुत अच्छी टोनिक का काम करती है। महिलाएं भी इसे ले सकती हैं खासकर जिन्हें गर्भाशय से रिलेटेड कोई कमजोरी है। ल्यूकोरिया यानि सफ़ेद पानी की प्रोबलम है। जिनको कमर में बहुत दर्द रहता है वे इसका सेवन कर सकती है। अश्वगंधा गर्भाशय के मांसपेशियों को मजबूत करने का काम करती है। शरीर में होने वाली कमजोरी थकान को दूर करती है, कमर दर्द से आराम दिलाती है।
इसके लिए अश्वगंधा का चूर्ण या पावडर ले सकते हैं, इसके अलावा अश्वगंधा का कैप्सूल ले सकते हैं जो भी आपके यहाँ अवैलबल है उसे ले सकते हैं
अश्वगंधा कैसे और कितनी मात्रा में लेनी चाहिए?
आप अश्वगंधा पावडर का आधे से एक चम्मच की मात्रा में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे किसके साथ लेना है ये भी जान लें, इसे आप गुनगुने दूध के साथ अच्छे से मिलाकर ले सकते हैं। आप चाहे तो टेस्ट के लिए थोड़ी सी मिश्री एड कर सकते हैं क्योंकि अश्वगंधा पावडर की टेस्ट थोड़ी अलग होती है। उसमे से हल्का सा स्मेल आता है तो इसको कम करने और स्वाद को बढ़ाने के लिए आप मिश्री को मिला सकते हैं।
इसके अलावा जिनको कफ खांसी की प्रोब्लम रहती है उन लोगों को अश्वगंधा के साथ शहद लेना चाहिए। अगर आपको शहद एक चम्मच की मात्रा में लेना है तो अश्वगंधा आधा चम्मच मिक्स करके लेना है, इस बात का ध्यान रखें।
इसके साथ ही जिन लोगों के शरीर में पित्त ज्यादा बढ़ा हुआ है तो उन लोगों को अश्वगंधा के साथ गिलोय रस थोड़ी मात्रा में मिला लेना है। साथ ही आंवले का रस भी मिलाकर ले सकते हैं। ऐसा करने से यह पित्त को शांत करता है।