आज हम बात करेंगे एक ऐसे एक्टर के बारे में जिन्हौने अपने करियर की पहली फिल्म दी थी 1996 में, जो अमिताभ बच्चन और जया बच्चन को भगवान् के बराबर मानते हैं, और ये बॉलीवुड की सुपरहिट फ्रेचाईजी फिल्म्स मुन्नाभाई एमबीबीएस, धमाल और गोलमाल का हिस्सा रह चुके हैं, जो अपने कॉमिक टाइमिंग के जादू से लोगों को हंसने पर मजबूर कर देते हैं, जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं मोस्ट टेलेंटेड एक्टर अरशद वारसी के बारे में जिन्हें सर्किट के नाम से जानते हैं।
दोस्तों आज के इस खास आर्टिकल में हम अरशद की संघर्ष भरी लाइफ स्टोरी और उनके करियर से जुडी कुछ ऐसी बाते बताने वाले है जिन्हें शायद आपको पता नही होगा। जानने के लिए आर्टिकल को एंड तक जरूर पढिएगा और अगर आप इस आर्टिकल का विडियो देखना चाहते हैं तो विडियो इस आर्टिकल के निचे है।
शुरुआती जीवन
अरशद वारसी का जन्म 19 अप्रैल 1968 को मुंबई के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, असल में देखा जाये तो अरशद वारसी का सरनेम खान होना चाहिए, लेकीन उनके पिता जो एक गॉडमेन जिनका नाम था वारसी पाक, उनको बहुत मानते थे और उन्ही के लिए उन्हौने अपने बेटे अरशद का सरनेम रखा वारसी, इस तरह नाम मिला अरशद वारसी।
अरसद वारसी के पिता म्युजिक कम्पोजर गुलाम हैदर को असिस्ट करते थे, वो एक बेहतरिन हारमोनियम प्लेयर भी थे, इसलिए उनके घर में बचपन से ही म्यूजिक का माहौल रहा, यही कारण है की अरशद वारसी भी म्यजिक के बेहद करीब हैं। अरशद ने 10th क्लास तक पढाई की है उन्हौने नासिक के एक बोर्डिंग स्कूल से ही पढाई की है और अपने स्कूल टाइम में वो नेशनल लेवल के जिमनास्ट रह चुके हैं, लेकिन 10 वी क्लास के बाद उनके पिता की मृत्यु हो गयी और अरशद वारसी के सिर से माँ बाप का साया ही उठ गया, वो अचानक से अनाथ बन गये, और जिंदगी की मुसीबते उनके कन्धों पर आ गिरी, हालाँकि अरशद वारसी के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत थी, उनके पास काफी पैसा और प्रोपर्टी भी थी, लेकिन माता पिता के मौत के बाद उनकी जितनी भी प्रोपर्टीज थी साथ रहने वाले दूर के रिश्तेदारों ने हड़प ली, और अरशद वारसी के हाथ कुछ भी नही आया। अरशद वारसी और उनके भाई को अपने बंगलो से शिफ्ट होकर एक वन बीएचके में शिफ़ होना पड़ा था, उम्र छोटी थी इसलिए दिमाग में क्लियर नही था की आगे किस चीज पर फोकस करें। इसी कारण अरशद वारसी को रोजमर्रा के खर्चे निकालने के लिए घर घर जाकर कोस्मेटिक बेचने का काम भी करना पड़ा,17 साल की उम्र में उन्हौने ये काम किया, इसके साथ ही उन्हौने कुछ टाइम तक एक फोटो लैब में भी काम किया।
फ़िल्मी सफ़र
इसी दौरान इन्हौने इंडस्ट्री की तरफ रुख किया, और यहाँ पर उनकी मुलाक़ात हुयी महेश भट्ट से। महेश भट्ट के साथ अरशद वारसी ने फिल्म ठिकाना और काश में असिस्ट किया, जिस वक़्त वो महेश भट्ट को असिस्ट कर रहे थे तब अरशद वारसी सेट पर मौजूद हुआ करते थे और वही पर मौजूद होती थी महेश भट्ट की बेटी पूजा भट्ट भी, वहां पर अरशद वारसी की कई बार पूजा भट्ट के साथ मुलाकाते हुआ करती थी, बाते हुआ करती थी और कहा जाता है कि एक टाइम ऐसा भी था की पूजा भट्ट के साथ अरशद वारसी का अफेयर भी हो गया था, कहा जाता है अरशद वारसी पूजा भट्ट के पहले बॉयफ्रेंड थे।
इसके बाद उनका इंटरेस्ट आया डांसिंग में, और उन्हौने अकबर सामी की डांसिंग क्लासेस ज्वाइन की। इसी दौरान इन्हौने आग से खेलेंगे फिल्म के एक गाने में बेक ग्राउंड डांसर भी काम किया है, इस गाने में उनके साथ साजिद खान भी हैं। अरशद वारसी अपनी डांसिंग स्किल्स को एक अलग ही लेवल पर लेकर गये और उन्हौने इण्डिया डांस कम्पिटिशन जीता। इसके बाद इन्हौने वर्ल्ड डांस कम्पिटिशन में इण्डिया को रिप्रेजेंट किया और इस कम्पिटिशन में वो फोर्थ पोजीशन पे रहे। फिर क्या था इसके बाद जब वो इण्डिया आये बॉलीवुड में आने के बाद अरशद वारसी के लिए नया करियर का रास्ता खुल चूका था। उन्हें कोरियोग्राफी के ऑफर आने लगे थे, और इनकी सबसे पहली फिल्म जिसमे उन्हौने एज अ कोरियोग्राफर काम किया है वो फिल्म है ‘रूप की रानी चोरो का राजा, इस फिल्म का टाइटल ट्रैक रूप की रानी चोरो का राजा इसे अरशद वारसी ने ही कोरियोग्राफ किया है, जिसमे श्रीदेवी जी ने और अनिल कपूर ने डांस किया है। अरशद वारसी अपने डांसिंग से खुश थे और उन्हें कोरियोग्राफी के ऑफर्स भी मिल रहे थे। उन्हें बॉलीवुड में अपना रास्ता दिख गया था की उन्हें आगे कैसे बढ़ना है।
इधर एक तरफ अमिताभ बच्चन अपनी कंपनी ‘एबीसीएल को स्टार्ट करने जा रहे थे और उनकी पहली फिल्म थी तेरे मेरे सपने, इस फिल्म के लिए उन्हौने एक केम्पेन स्टार्ट किया था जिसमे वो सिर्फ और सिर्फ फ्रेश एक्टर्स को ही लेने वाले थे। तभी एबीसीएल की तरफ से अरशद वारसी को कॉल आता है और उन्हें ये फिल्म ऑफर की जाती है, अरशद वारसी ने सपने में भी नही सोचा की कभी उन्हें इस तरह का कॉल आयेगा वो भी बच्चन फेमिली से, जब जया बच्चन खुद कॉल करके कोई फिल्म ऑफर करें, ये ऑफर अरशद वारसी के लिए लाइफ चेंजिंग था, उन्हौने सपने में भी नही सोचा होगा की एज अ कोरियोग्राफर उन्हें एक एक्टर बनने का ऑफर मिल जायेगा। अरशद वारसी के पास कोई चांस ही नही था की वो इस ऑफर को ना कहें, फाइनली उन्हौने फिल्म की तेरे मेरे सपने की और इस फिल्म में जितने भी एक्टर्स थे वो सभी न्यू कमर्स थे, भले ही अरशद वारसी हो चन्द्रचुड सिंह हो, प्रिया गिल हो या सिमरन हो, ये फिल्म जब रिलीज हुयी तो अरशद वारसी को इस फिल्म के लिए काफी तारीफ मिली। कहा गया की अरशद वारसी इस फिल्म में डेम गुड थे और उनका गाना आंख मारे उस साल का ब्लाक बस्टर सोंग रहा।
इसके बाद अरशद वारसी की काफी फिल्मे मिली और उन्हौने ये फिल्मे की भी लेकिन उन फिल्मो ने उस तरह का बिजनेस नही किया था और अरशद वारसी का करियर आ गया था एकदम लो फेस में, तब अरशद वारसी के काम आयीं उनकी वाइफ मारिया, और मारिया से अरशद वारसी की मुलाकात किस तरह से हुयी ये भी एक इंट्रेस्टिंग किस्सा है, एक्चुली जीन दिनों अरशद वारसी वर्ल्ड डांस कम्पिटिशन जीत के आये थे, ऑफ़कोर्स वो एक सेलिब्रिटी बन गये थे, जगह जगह इवेंट्स में जाया करते थे, उसी दौरान वो एक कालेज में इवेंट्स में गये चीफ गेस्ट बनकर, उस कालेज में एक डांस कम्पिटिशन था और कम्पिटिशन में मारिया भी थी। वो पहला टाइम था जब अरशद से मारिया मिली, उसके बाद मारिया ने अरशद का डांस ग्रुप ज्वाइन किया और वो धीरे धीरे उनके ग्रुप की मेन डांसर बन गयी, साल 1999 में उन्हौने मारिया से शादी कर ली और वो बन गयी उनकी वाइफ, इस लो फेस में मारिया ने ही उनका साथ दिया। अरशद के पास कोई काम नही था तब मारिया ने घर चलाया, क्यूंकि अरशद वारसी को फिल्मे नही मिल रही थी या जिस तरह के रोल्स वो चाहते थे वैसे नही मिल रहे थे। तो तब उन्हौने टीवी का रुख किया और उन्हौने काफी टेलीविजन शोज होस्ट करना शुरू कर दिया। जिस बिग बॉस शो को आज आप चाव से देखते हैं और जिस शो पर सलमान खान ने कई सालों से अपनी जगह बना रखी है उस शो के पहले सीजन के होस्ट भी खुद अरशद वारसी ही थे।
फिर अरशद वारसी की किस्मत चमकी और उन्हें मिली कुछ अच्छी फिल्मे जैसे की वैसा भी होता है, सेहर एंड फाइनली मुन्नाभाई, इस फिल्म ने अरशद वारसी की जिंदगी ही बदल दी और खुद अरशद वारसी ने कहा है की अगर वो ये फिल्म नही करते तो शायद बॉलीवुड में इनका करियर साफ था। इस तरह से वो सुपर हिट फिल्म मुन्नाभाई के फ्रेचाइजी का हिस्सा बने, इसके बाद रोहित शेट्टी ने उन्हें काम दिया गोलमाल में और वो गोलमॉल के फ्रेचाइजी का भी हिस्सा बन गये। धमाल में भी अरशद वारसी ने काफी धमाल मचाई और वो धमाल की हर फ्रेचाइजी का हिस्सा बने। फिर आया साल 2013 तब फिल्म बन रही थी ‘जोली एल एल बी और इस फिल्म के लीड रोल के लिए शाहरुख़ खान को अप्रोच किया गया था, लेकिन उस वक़्त शाहरुख़ खान चेन्नई एक्सप्रेस की शूटिंग में बीजी थे यही कारण था की यह रोल कैसे न कैसे होते होते अरशद वारसी के पास में आ गया और ये फिल्म उनके करियर के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ, यहाँ तक कहा गया की अरशद वारसी की यह पहली फिल्म थी जो उन्हौने सोलो हिट दी थी, इससे पहले अगर अरशद वारसी की कोई भी फिल्मे हिट हुयी है तो वो मल्टीस्टारर रही है, जोली एल एल बी अकेली ऐसी फिल्म थी जो पूरी तरह से अरशद वारसी के कन्धों पर ही सवार थी। आज बॉलीवुड में अरशद वारसी का एक अच्छा खासा मुकाम है जो अपनी कड़ी मेहनत और टेलेंट के दम पर हासिल की है।
आज के लिए बस इतना ही ..आपको अरशद वारसी की कौन सी फिल्म अच्छी लगती है कमेन्ट जरूर बताइयेगा ..