Tabu: दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं नब्बे के दशक में हिंदी सिनेमा में दमदार एंट्री करने वाली एक ऐसी अभिनेत्री की जिन्होंने आज 30 साल बाद भी हिंदी सिनेमा में अपना दबदबा कायम रखा है। ये अभिनेत्री न सिर्फ हिंदी बल्कि तेलुगु, तमिल, मलयालम और हॉलीवुड फिल्मो में भी अपने सफलता का परचम लहराया। इनकी बला की खूबसूरती, नेचुरल एक्टिंग का हर कोई दीवाना है, जहाँ इनके पॉजिटिव किरदारों ने तारीफों और अवार्ड्स की झड़ी लगा दी वहीं इनके नेगेटिव रोल्स ने लोगों में खौफ भर दिया। जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं वेरी टेलेंटेड एक्ट्रेस तब्बू के बारे में।
चलिए जानते हैं कि कौन है तब्बू? कैसे इनका फिल्मों में आना हुआ और क्या रहे इनसे जुड़े सबसे बड़े विवाद?
शुरुआती जीवन
तब्बू का जन्म 14 नवम्बर 1971 को एक हैदराबादी मुस्लिम फेमिली में हुआ था। इनके पेरेंट्स ने इनका नाम तबस्सुम फातिमा हाशमी रखा था, हालांकि आगे चलकर ये अपने निक नेम तबू से जानी गई। तब्बू के पिता का नाम जमाल अली हाशमी था जो कि एक एक्टर थे और माँ का नाम रिजवाना था जो कि एक स्कूल टीचर थी। तब्बू के नाना-नानी और दादा-दादी भी प्रोफ़ेसर थे। हालांकि तबू जब तीन साल की थी तभी इनके माता-पिता का तलाक हो गया और इसके बाद माँ और नाना-नानी ने ही इनका पालन-पोषण किया। तब्बू ने अपनी शुरूआती पढ़ाई सेंट एंड हाई स्कूल विजय नगर कॉलोनी हैदराबाद से की फिर आगे की पढ़ाई के लिए 1983 में मुंबई चली गई। और दो साल तक सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ाई की। रिश्ते में तब्बू शबाना आज़मी और बाबा आज़मी की भतीजी थी और फेमस एक्ट्रेस फरहा नाज़ इनकी बड़ी बहन थी। चूँकि तब्बू के परिवार के कई शख्स और इनकी बहन का भी फिल्मों से अच्छा खासा नाता रहा तो ये भी ग्यारह साल की उम्र में ही एक बाल कलाकार के रूप में फिल्मों में एंट्री कर ली। और इस तरह ये हिंदी सिनेमा का हिस्सा बन गई।
फ़िल्मी सफ़र
चलिए अब बात करते हैं तब्बू की फ़िल्मी करियर के बारे में ….
दोस्तों तब्बू ने ग्यारह साल की उम्र में चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में 1982 में फिल्म बाजार और फिर 1985 में आई फिल्म हम नौजवान में काम किया था। सागर सरहदी डायरेक्टेड फिल्म बाजार में नसीरुद्दीन शाह और स्मिता पाटिल मुख्य भूमिका में थे और हम नौजवान में तब्बू ने देवानंद का किरदार निभाया था। एक अभिनेत्री के रूप में तब्बू की एंट्री 1991 में आई तेलुगू फिल्म कुली नंबर वन में हुई। जिसमें इनके अपोजिट वेंकटेश थे । लीड एक्ट्रेस के रूप में तब्बू की हिंदी में पहली रिलीज फिल्म थी 1994 में आई पहला-पहला प्यार, जिसमें इनके अपोजिट थे ऋषि कपूर, इस फिल्म के सारे गाने हिट रहे लेकिन फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर सकी और इसी वजह से इसमें तब्बू पर भी किसी का ध्यान नहीं गया।
हालांकि 1994 में ही अजय देवगन के साथ आई इनकी एक और फिल्म विजय पथ सुपर हिट साबित हुई। इसमें अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए तब्बू ने फिल्म फेयर का खिताब भी अपने नाम किया। इसके बाद तब्बू की कई फिल्में फ्लॉप साबित हुई लेकिन फिर 1995 में आयी फिल्म हकीकत सफल रही। 1996 में तब्बू की आठ फिल्में रिलीज हुई। जिनमें साजन चले ससुराल और जीत बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। हालांकि 1996 में ही आई इनकी फिल्म माचिस में तब्बू की भूमिका ने इन्हें एक गंभीर अभिनेत्री के रूप में स्थापित कर दिया। इसमें तब्बू ने पंजाब उग्रवाद की हिंसा में फंसी एक युवती की भूमिका निभाई थी और इसमें इनके प्रदर्शन ने इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नेशनल फिल्म अवार्ड भी दिलाया।
इसी साल तब्बू ने तेलुगु ब्लाकबस्टर निन्ने पेलाडाटा में नागार्जुन के साथ अभिनय किया था, इस फिल्म ने तेलुगु में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नेशनल अवार्ड भी अपने नाम किया, साथ ही कुछ तमिल और मलयालम फिल्मों में भी तब्बू ने अपने अभिनय के लिए ऑडियंस का दिल जीता। इसके बाद तब्बू कई सुपरहिट फिल्मों में दिखाई पड़ी जिनमें 1997 में आयी बॉर्डर, विरासत और 1999 की फिल्म बीवी नम्बर वन और हम साथ साथ हैं शामिल हैं। तब्बू की दो ऐसी फिल्में रही जिनमें इनके सशक्त अभिनय के लिए इन्हें काफी पसंद किया गया और आज भी ये फिल्में क्लासिक हिट मानी जाती है। इनमें एक फिल्म थी 2000 में आई फिल्म ‘अस्तित्व’ और दूसरी थी 2001 में आई ‘चांदनी बार’, इन फिल्मों में तब्बू के प्रदर्शन के लिए फिल्म क्रिटिक्स ने खूब सराहा और जहाँ अस्तित्व के लिए तब्बू को फिल्मफेयर अवार्ड मिला तो वहीं चांदनी बार के लिए इन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड से नवाजा गया।
2000 में ही आई इनकी कॉमेडी फिल्म हेरा फेरी भी सुपरहिट रही और फिल्म के सीन्स और डायलॉग्स लोगों को आज भी लोटपोट करते हैं। 2003 में तब्बू ने विलियम शेक्सपियर की फेमस कहानी मैकबेथ में अभिनय किया था, इन्होने लेडी मैकबेथ के चरित्र पर आधारित निम्मी की भूमिका निभाई थी, मकबूल नाम की इस फिल्म का निर्देशन विशाल भारद्वाज ने किया और इसका प्रीमियर 2003 के टोरोंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ था। हालांकि मकबूल बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा नहीं चल सकी पर क्रिटिक्स ने ये कहा कि तब्बू डार्क रोल्स में ज्यादा फिट बैठती हैं।
2006 में फिल्म फना में तब्बू ने आमिर खान और काजोल के साथ सहायक भूमिका निभाई थी। उसी साल इन्हें मीरा नायर डायरेक्टेड अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म ‘द नेम सेक’ में काम करने का मौका मिला जो कि सुपर हिट साबित हुई। इसके बाद 2007 में तब्बू फिल्म ‘चीनी कम’ में अमिताभ बच्चन के साथ नजर आईं, इस फिल्म में इन्होंने एक चौंतीस साल की ऐसी महिला की भूमिका निभाई थी जिसे एक चौंसठ साल के बुजुर्ग से यानि अमिताभ बच्चन से प्यार हो जाता है, इस फिल्म को समीक्षकों ने खूब सराहा।
2010 में तबू ने रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘तो बात पक्की’ में भूमिका निभाई थी। इसी साल इनकी अगली फिल्म ‘खुदा कसम’ रिलीज हुई सनी देओल के साथ, हालाँकि ये फिल्म फ्लॉप हो गई। 2012 में इन्होंने एंग ली द्वारा निर्देशित अपनी दूसरी हॉलीवुड फिल्म ‘लाइफ ऑफ़ पाई’ में काम किया। जिसमें इन्होंने हीरो की माँ के रूप में एक सहायक भूमिका निभाई। 2014 में सलमान खान स्टारर फिल्म ‘जय हो’ के साथ मेन स्ट्रीम मूवीज में तब्बू की वापसी हुई जिसमें तब्बू सलमान खान की बड़ी बहन की भूमिका में थी।
इसके बाद 2014 में आई इनकी अगली फिल्म ‘हैदर’ सुपरहिट साबित हुई और तब्बू सुर्खियों में छा गई। तो वहीं 2015 में एक ऐसी फिल्म आई जिसने सबको तब्बू का दीवाना बना दिया, हर उम्र के लोगों ने इस फिल्म को पसंद किया, जिसमें अपने पुराने को-स्टार अजय देवगन के साथ इनके टशन को खूब पसंद किया गया। फिल्म दृश्यम में सोलह साल बाद ये अजय देवगन के साथ नजर आई थी। अपने बेटे की हत्या के मामले की जांच कर रहे एक सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में तबू ने बेहतरीन अभिनय किया।
इसके बाद 2016 में आई फिल्म ‘फितूर’, 2017 में आई ‘गोलमाल अगेन’, 2018 में ‘अंधाधुंध’ और 2019 में आई फिल्म ‘दे दे प्यार दे’ में इनके अभिनय को दर्शकों ने खूब पसंद किया। फिल्म अंधाधुंध में तब्बू ने धोखे और हत्या के जाल में फंसी एक रहस्यमई महिला का किरदार निभाया था जिसे क्रिटिक्स के साथ दर्शकों ने भी खूब पसंद किया, फिल्म ने साढ़े चार सौ करोड़ से ज्यादा की कमाई करने के साथ ही सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का नेशनल अवार्ड भी जीता।
इसके बाद तब्बू 2020 में कुछ तेलगु फिल्मों के साथ हिंदी फिल्म ‘जवानी जानेमन’ में काम किया। फिर 2022 में ये अनीस बाजमी की कॉमेडी हॉरर फिल्म ‘भुलभुलैया 2’ में नजर आई। इसमें तब्बू का डबल रोल था और इनके अभिनय को खूब पसंद किया गया। 2022 के आखिर में तब्बू ‘दृश्यम’ की सीक्वेल ‘दृश्यम 2’ में नजर आयी जिसमें एक बार फिर इनके रोल की खूब सराहना हुई और फिल्म भी ब्लॉकबस्टर हिट रही। 2023 की शुरुआत में तब्बू आसमान भारद्वाज की फिल्म ‘कुत्ते’ में नजर आ चुकी है। इसी साल तब्बू अजय देवगन के साथ फिल्म ‘भोला’ में नजर आयी, इसके बाद तब्बू विशाल भारद्वाज की स्पाइ थ्रिलर फिल्म ‘खुफिया’ और नीरज पांडे की फिल्म ‘औरों में कहाँ दम था’ में नजर आएँगी। जिसमें तब्बू एक बार फिर अजय देवगन के अपोजिट ही नजर आएंगी।
तब्बू से जुड़ी कंट्रोवर्सी
दोस्तों कहते हैं जो जितना सक्सेसफुल होता हैं उसका कहीं न कहीं विवादों से नाता रहता हैं, तब्बू का भी विवादों से गहरा नाता रहा है। चलिए जानते हैं तब्बू की जिंदगी से जुड़े कुछ बड़े विवादों के बारे में।
तब्बू से जुड़े कंट्रोवर्सिज की बात करें तो 1986 का एक किस्सा बेहद मशहूर है। जब तब्बू की बहन फरहा जैकी श्रॉफ फिल्म ‘दिलजला’ की शूटिंग कर रही थी। शूटिंग खत्म होने के बाद एक दिन पूरी स्टार कास्ट डायरेक्टर के घर पार्टी करने पहुंची। फरहा अपने साथ अपनी बहन तब्बू को भी पार्टी में ले गई। वहां जैकी श्रॉफ ने काफी शराब पी रखी थी और नशे में तब्बू के साथ जबरदस्ती करने लगे। इससे वहां हंगामा खड़ा हो गया। ये बात खुद तब्बू की बहन फरहा ने अपने एक इंटरव्यू में कबूली थी। फरहा ने इंटरव्यू में बताया था कि अगर डैनी बीच बचाव करने नहीं आते तो जैकी सारी हदें पार कर चुके होते। फरहा के इस बयान ने पूरे बॉलीवुड को हैरान कर दिया था। इसके बाद तब्बू ने जैकी श्रॉफ के साथ कभी काम नहीं की।
तब्बू से जुड़े एक और विवाद की बात करें तो 1998 में तब्बू पर’ हम साथ साथ हैं’ की शूटींग के दौरान सलमान खान और बाकी कुछ और साथी कलाकारों के साथ राजस्थान के जोधपुर जिले में दो काले हिरणों का अवैध शिकार करने का आरोप लगाया गया। निचली अदालत ने इन पर अन्य लोगों के साथ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और आईपीसी के तहत मामला चलाया। लेकिन बाद में कोर्ट ने इन्हें गंभीर आरोपों से बरी कर दिया।
आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं इनके सरनेम से जुड़े विवाद की, अपने एक इंटरव्यू में एक बार तब्बू ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों के बारे में खुलकर चर्चा की थी, तब इन्होंने अपने नाम में सरनेम ना जोड़ने की भी वजह बेबाकी से बताई थी, तब्बू ने कहा था मेरे माँ-बाप का तलाक हो गया था और पिता के साथ मेरे रिश्ते कभी भी अच्छे नहीं रहे। इस वजह से मैंने अपने नाम के आगे कभी भी सरनेम नहीं लगाया। मेरे दिल में पिता के लिए कोई प्रेम नहीं है। ना तो मुझे उनकी कभी याद आती है और ना ही मेरा उनसे मिलने का मन करता है।
निजी जीवन और अफेयर्स
बात करें तब्बू की पर्सनल लाइफ और अफेयर्स की तो जितनी मशहूर ये अपनी फिल्मों से हुई उससे कहीं ज्यादा शोहरत इन्होंने अपनी लव लाइफ से बटोरी। तब्बू की जिंदगी में प्यार तो कई बार आया लेकिन वो पार्टनर नहीं मिल सका जिसके साथ ये घर बसा सके। इनकी जिंदगी में सबसे पहले एक्टर संजय कपूर की एंट्री हुई, फिल्म प्रेम के सेट पर दोनों की मुलाकात हुई जिसके बाद दोनों ने कुछ वक्त तक एक-दूसरे को डेट किया। लेकिन ये रिश्ता कुछ कड़वे अनुभवों के भेंट चढ़ गया और दोनों अलग हो गए। इसके बाद तब्बू की जिंदगी में मशहूर फिल्मकार साजिद नाडियावाला आए उस वक्त साजिद की पत्नी दिव्या भारती की मौत हो चुकी थी, इन दोनों ने काफी वक्त तक अपने रिश्ते को दुनिया से छुपाए रखा और बाद में दोनों के रिश्ते की चर्चा फ़िल्मी गलियारों में आम हो गई, तब्बू साजिद से शादी करना चाहती थी लेकिन साजिद अभी अपनी पत्नी दिव्या भारती के मौत से काफी ट्रोल किए जा रहे थे और फिलहाल शादी नहीं करना चाहते थे, बताते हैं कि इस मुद्दे को लेकर दोनों में झगडा हुआ और तब्बू ने इनसे रिश्ता तोड़ लिया।
इसके बाद तब्बू की जिंदगी में साउथ के सुपरस्टार नागार्जुन की एंट्री हुई। हालाँकि नागार्जुन पहले से शादीशुदा थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तब्बू और नागार्जुन पूरे दस साल तक रिलेशनशिप में रहे, हालाँकि धीरे-धीरे तब्बू को इस बात का अहसास हो गया कि दो शादियाँ कर चुके नागार्जुन इनसे अब तीसरी शादी नहीं करेंगे और लंबे इंतजार के बाद दो हजार बारह में तब्बू ने नागार्जुन से दूरी बना ली। तब्बू अब 52 साल की हो चुकी है और आज भी अकेली है।
दोस्तों तब्बू इन्डियन सिनेमा की सबसे प्रतिभाशाली और सम्मानित अभिनेत्रियों में से एक है। इनका नाम ऐसी हीरोइनों में शामिल है जो अच्छी फिल्में करने में विश्वास रखती है। तब्बू अपने जबरदस्त एक्टिंग के अलावा अपनी सुंदरता और शानदार पर्सनालिटी के लिए भी जानी जाती है। इतनी सक्सेस के बावजूद तब्बू जमीन से जुड़ी रही है। और बस अपने काम पर फोकस करती है और अपने निजी जीवन को मिडिया की चकाचौंध से दूर रखने की कोशिश की है। तब्बू कैंसर पेशेंट असोशियसन और कैंसर इंडिया फाउंडेशन सहित कई चेरिटी आर्गेनाइजेशन से भी जुड़ी हैं।
आपको तब्बू की एक्टिंग कैसी लगती है कमेन्ट करके जरूर बताएं। धन्यवाद्