Seeds Benefits:-दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको चार ऐसे सुपर फ़ूड सीड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका प्रयोग करके आप अपने शरीर के भयंकर भयंकर बीमारियों को जड़ से ख़तम कर सकते हो..
सुपरफ़ूड सीड्स
आइये जानते हैं उन सुपरफ़ूड सीड्स के बारे में ..
चिया सीड्स
दोस्तों चिया सीड्स एक सुपरफ़ूड है ये विटामिन मिनरल्स का खजाना है , इसमें फाइबर और पानी की बहुत मात्रा होती है ,साथ ही इसमें प्रोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड्स और आयरन होते है जो शरीर के अंदरूनी कमजोरी को दूर करने में हेल्प करते हैं चिया सीड्स में फाइबर होने के कारण यह डाइजेशन को इम्प्रूव करता है,
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब चिया सीड्स पानी के संपर्क में आने से ये जैल में बदल जाता है, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है, कब्ज की प्रोब्लम नही होती , इसके अलावा जो लोग मोटापे से परेशांन हैं उनके लिए चिया सीड्स का प्रयोग बहुत फायदेमंद होता है यह बार बार भूख लगने की समस्या को शांत करता है
यह शरीर में मेटाबिलिज्म रेट को बढाता है , जिससे फैट बर्न होता है , ब्लड शुगर को कण्ट्रोल करता है , साथ ही यह शरीर से टाक्सिन्स को बाहर करते हैं , चिया सीड्स में कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है जो दांतों को, हड्डियों को मजबूत बनाने में हेल्प करता है, जोड़ों के, घुटनों के दर्द से आराम दिलाता है, शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करता है, इम्युनिटी को मजबूत करता है, चिया सीड्स में एंटी अक्सिडेंट गुण होता है जो शरीर से फ्रीरेडिकल को निकलने में मदद करता है जिससे हार्ट हेल्दी रहता है।
अलसी के बीज ..
दोस्तों अलसी का प्रयोग शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है व ओमेगा 3 फैटी एसिड्स के अलावा अलसी के बीज में एंटी बक्टिरियल एंटी फंगल और एंटी वायरल गुण होते है। वजन को कम करने के लिए अलसी बहुत अच्छा होता है क्योंकि इसमें डाईट्री फाइबर होता है, यह भूख को कम करती है, जिससे बार बार खांने की इच्छा नहीं होती। अलसी में मौजूद गुड़ बक्टिरिया को बढ़ाने में हेल्प करता है जिससे मेटाबोलिज्म रेट तेज होती है। इससे कैलरी बर्न होती है जिससे सुबह पेट अच्छे से साफ होता है।
इसके अलावा अलसी के इस्तेमाल से बालों के झड़ने की प्रोब्लम दूर होती है। अलसी बालों के जड़ों को सही न्यूट्रीएंट्स प्रोवाइड करते हैं । यह स्केल्प को सूखने नहीं देते, जड़ों को हाईड्रेड रखते हैं। इससे बाल लम्बे और मजबूत होते हैं।
दोस्तों अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड्स बढती उम्र के असर को कम करता है। चेहरे के रिंकल्स फाइन लाइन्स को दूर करता है, यह चेहरे के किल मुहांसे को दूर करके स्किन में नई चमक लाता है।
आखों के लिए भी अलसी बहुत फायदेमंद होता है, इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड्स आखों में नमी बनाये रखता है। अलसी खाने से आखों की रौशनी तेज होती है। इसके अलावा जोड़ों और घुटनों के दर्द गठिया जैसी बीमारी को दूर करने के लिए अलसी कमल का काम करता है।
इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड एंटी इन्फ्लामेट्री गुन्होता है जिससे गठिया की परेशानी..हड्डियों से रिलेटेड प्रॉब्लम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
पम्किन सीड्स यानि कद्दू के बीज ..
कद्दू के बीज यानि पम्किन सीड्स हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह पौष्टिक चीजों से भरपूर होता है जैसे की मग्निज, मग्निशियम, कार्बोहाईद्रेड, माइक्रो न्युत्रियंट्स ये सभी इसमें मिल जाते हैं। इसमें मग्निशियम होता है जिस वजह से यह हार्ट को हेल्दी रखता है। मग्निशियम एक बहुत अच्छा मिनरल्स है इसकी कमी कुछ लोगों में देखि जाती है जिन लोगों में इसकी कमी होती है। उन्हें हार्ट प्रोब्लम हो सकती है ऐसे में पम्किन सीड खाना बहुत फायदा करता है। यह ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करके स्ट्रोक्स के खतरे को कम करने में हेल्प करता है।
कद्दू के बीजों में पर्याप्त मात्रा में जिंक पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और वायरल सर्दी खांसी जुकाम जैसे इन्फेक्शन से सुरक्षित रखता है।
इसके अलावा डिप्रेशन को दूर करने में मददगार साबित होता है। कद्दू के बीज इन्सुलिन की मात्रा को बेलेंस करने का काम करते हैं । ऐसे में ये डाइबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
कद्दू के बीज मग्निशियम का अच्छा स्रोत है और मग्निशियम मांसपेशियों को आराम देने का काम करता है, जिससे अच्छी नींद आती है।
गठिया जैसे हड्डी रोगों के लिए कद्दू का बीज बहुत फायदेमंद है इनमे कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। कैल्शियम की कमी आस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डी रोगों का कारण बन सकती है जिसमे हड्डियाँ नाजुक और कमजोर हो जाती है। इस बीज के सेवन से हड्डियाँ स्वस्थ और मजबूत होती है
कद्दू के बीज में विटामिन सी पाया जाता है और प्रोस्टेट कैंसर के लिए विटामिन सी लाभकारी होता है। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
इसके अलावा कद्दू के बीज में विटामिन बी और जिंक जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो तनाव को दूर करने का काम करते हैं। पम्किन सीड्स में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करते हैं कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा दिलाते हैं।
आखों के लिए भी कद्दू के बीज बहुत फायदेमंद साबित होता है इसमें विटामिन ए होता है जो आखों की रौशनी को तेज करता है। एनीमिया में भी कद्दू के बीज फायदा करता है क्योंकि इसमें आयरन और फोलेट दोनों पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बॉडी में रेड ब्लड सेल्स बनाने में हेल्प करते हैं।
सफ़ेद तिल ..
दोस्तों सफ़ेद तिल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं। तिल में कुछ ऐसे तत्व और विटामिन पाए जाते हैं जो तनाव और डिप्रेशन को कम करने में हेल्प करते हैं। तिल में कैल्शियम,आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम होते हैं जो हार्ट को एक्टिव रखने में मदद करते हैं।
तिल में डाइट्री प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है जो बच्चों की हड्डियों के ग्रोथ को बढ़ावा देता है। इसके अलावा यह मसल्स के लिए भी बहुत फायदेमंद है। तिल का तेल त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसकी मदद से त्वचा को जरूरी पोषण मिलता है और इसमें नमी बरकरार रहती है।
इसके अलावा तिल मसूड़ों को मजबूत करने के साथ ही प्लाक की प्रोब्लम को दूर करता हैं मसूड़ों से खून आना और दांत ख़राब होने जैसी परेशानियों से भी तिल लड़ने में मदद करता है।
तिल के सेवन से डाइजेशन दुरुस्त होता है, कॉन्स्टिपेशन की प्रोब्लम दूर होती है, तिल में मौजूद फाइबर व मैग्नीशियम के तत्व इंसुलिन और ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने का खतरा कम होता है जो डायबीटीज को दूर रखने में मदद करता है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मददगार है।
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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…