Mor Pankh:घर में इस जगह पर रख देना केवल तीन मोर पंख घर में पैसों की तंगी कभी नहीं होगी घर धन धान्य से सदा भरा रहेगा।
मोर पंख का बहुत अधिक महत्व होता हैI वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर पंख का घर में होना बहुत शुभ होता है, ये जिस स्थान पर भी होता है वहाँ की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता हैI शास्त्रों में मोर पंख को सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, यह अत्यंत शुभ होने के साथ ही घर के वास्तु दोषों को भी कम करने में सहायक है, लेकिन वास्तु शास्त्र में मोर पंख को घर में रखने के नियम बताए गए है।
मोर पंख घर में रखते समय इन नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए तभी इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र में मोर पंख को रखने की सही दिशा और स्थान के बारे में बताया गया है, अगर आप अपने घर में मोर पंख को उसके निश्चित स्थान और दिशा में रखते है तो यह घर के अंदर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर देता है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
मोर पंख रखने के बहुत से फायदे हैं लेकिन धन संपत्ति के आकर्षण के लिए इसका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
अगर आपके घर में पैसे की तंगी है, धन का खर्च अधिक होता है, घर में पैसा नहीं आता है तो आप अपने घर पर मोर पंख जरूर लेकर आए और उसे सही दिशा में स्थापित करें यह निश्चित ही आपके धन में वृद्धि करेगा।
वास्तु शास्त्र में घर में कितने मोर पंख रखने चाहिए इसका रहस्य भी बताया गया है, आइए जान लेते हैं मोर पंख से जुड़े सम्पूर्ण वास्तु नियम के बारे में,
दोस्तों सबसे पहले हम जानते हैं मोर पंख के धार्मिक महत्व के बारे में हमारे प्राचीन शास्त्रों में मोर पंख को इतना महत्व क्यों दिया जाता है? दोस्तों हमारे प्राचीन पुराणों में मोर पंख को एक चमत्कारिक यंत्र माना गया है, इसका प्रयोग कई प्रकार की तांत्रिक क्रियाओं में भी किया जाता आ रहा है, तंत्र साधनाओं में इसका प्रयोग करके सम्मोहन, शत्रु नाश तथा बुरी शक्तियों को नष्ट किया जाता था।
इसके अलावा ज्योतिष विद्या में भी मोर पंख का प्रयोग किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में मोर पंख से जुड़े उपाय भी बताए गए हैं। आयुर्वेद आदि ग्रंथों में विवध व्याधियों तथा रोगों को नष्ट करने में भी मोर पंख सहायक होता है। मोर पंख घर से बुरी शक्तियों को दूर तो रखता ही है, साथ ही सर्प आदि विषैले जानवर मोर पंख के भय से घर में प्रवेश नहीं करते हैं। इसीलिए वन में निवास करने वाले लोग इसे अपने घर के पास रखते थे। मोर से जुड़ी पुराणों में कई कथाएँ लिखी हुई है। पक्षी शास्त्र में मोर से जुडी एक कथा का वर्णन मिलता है।
प्राचीन युग में संध्या नाम का एक असुर हुआ करता था। वह बहुत ही शक्तिशाली और बड़ा तपस्वी था। गुरु शुक्राचार्य से विद्या प्राप्त करके संध्या नाम का असुर देवताओं को अपना शत्रु मानने लगा था। उसने ब्रह्मदेव और भगवान शिव से वरदान प्राप्त किया और बहुत अधिक शक्तिशाली बन गया। उसके बाद उसने स्वर्ग पर आक्रमण किया और कई देवताओं को बंदी बना लिया। लेकिन उस असुर को पराजित करने के लिए देवताओं ने एक योजना बनाई और उसके लिए उन्होंने मोर की सहायता ली।
सभी देवता और नौ ग्रह मोर के पंखों में विराजित हो गए जिससे मोर बहुत ही अधिक शक्तिशाली बन गया और विशालकाय रूप धारण करके उस मोर ने संध्या असुर पर आक्रमण कर दिया इस युद्ध में संध्या असुर का वध हो गया और देवताओं को उनका आधिपत्य फिर से प्राप्त हुआ। सभी देवताओं ने मोर की प्रशंसा की और उसे भी पूजनीय होने का वरदान दे दिया तभी से मोर को बहुत ही पवित्र माना जाता है जिस स्थान पर भी मोर पंख होता है वहाँ पर नौ ग्रहों का अशुभ भाव नहीं पड़ता है।
दोस्तों, केवल ऋषि मुनि और देवता ही नहीं बल्कि भगवान श्री कृष्ण भी मोर की प्रशंसा करते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने मोर की श्रेष्ठता का वर्णन किया है और उन्होंने मोर के पंख को अपने मुकुट में धारण करके मोर के श्रेष्ठ होने का प्रमाण भी दिया है। मोर पंख के बिना भगवान श्री कृष्ण कही पर भी नहीं जाते हैं। श्री कृष्ण कहते हैं, मोर शांति और प्रेम का प्रतीक है। मोर सुख समृद्धि का भी प्रतीक है। मोर का पंख मनुष्य की हर प्रकार की नकारात्मक शक्ति से रक्षा करता है।
दोस्तों मोर को विविध देवी देवताओं के प्रतिक के रूप में पुराणों में दिखाया गया है। माँ लक्ष्मी, देवी सरस्वती भगवान श्री गणेश, भगवान कार्तिकेय जी ऐसे अनेक देवी देवताओं का संबंध मोर से जोड़कर दिखाया जाता है। माँ लक्ष्मी धन संपत्ति ऐश्वर्य प्रदान करने वाली देवी है। माँ लक्ष्मी को मोर पंख अत्यंत प्रिय है। माँ लक्ष्मी के पास मोर पंख रखने से माता प्रसन्न होती है, माता सरस्वती का वाहन मोर है इसलिए विद्यार्थियों को अपने पास मोर पंख अवश्य रखना चाहिए।
यदि आप घर में बाँसुरी में मोर पंख डालकर अपने घर में रखते है तो इससे परिवार में सुख शांति का वातावरण निर्माण होता है।
दोस्तों हमारा घर एक मंदिर की तरह होता है अगर इसमें रहने वाले सदस्य रोज आपस में झगड़ा करने लगे तो यह मंदिर कम युद्ध का मैदान अधिक लगने लगता है घर में क्लेश और झगड़े होने के कई कारण हो सकते है लेकिन सबसे बड़ा कारण होता है घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश करना। लेकिन हमारे घर में ये नकारात्मक ऊर्जा आखिर कहाँ से प्रवेश करती है। और इस नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रत्येक घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाने वाली चीजें मौजूद होती है। इन वस्तुओं के बिना हमारा घर चल नहीं पाता है। इन वस्तुओं को तो हम घर से बाहर नहीं निकाल सकते हैं। लेकिन उस नकारात्मक ऊर्जा को अवश्य बाहर निकाल सकते हैं। इसके लिए हमें मोर पंख का प्रयोग करना चाहिए। इसी बात को ध्यान रखते हुए आज हम आपको बताएँगे कि घर में वो कौन सी तीन जगह है जहाँ पर आपको मोर पंख जरूर रखना चाहिए और इन जगहों पर अगर आप मोर पंख रख देते हैं तो आपके घर में भी सबसे अधिक सकारात्मक बनी रहेंगी।
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1. पहला
सबसे पहली बात घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा है और परिवार के सदस्यों की तरक्की में अड़चने आ हो रही है तो आप अपने मुख्य द्वार के ऊपर गणेश जी की प्रतिमा रखे और प्रतिमा के दोनों ओर मोर पंख अवश्य रखे। इससे आपके घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाएगी। यदि आपका मुख्य द्वार वास्तु शास्त्र के नियमों के विरुद्ध है तो आप मुख्य द्वार पर तिन मोर पंख अवश्य रखे, इससे वास्तु दोष समाप्त हो जाएँगे।
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2. दूसरा
दूसरी बात ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अगर घर के सदस्यों पर ग्रहों का दुष्प्रभाव है अथवा ग्रहों की स्थिति खराब चल रही है तो एक मोर पंख ले और उसपर गंगाजल अथवा शुद्ध जल का छिड़काव करे फिर इसे ऐसे स्थान पर रख दे जहाँ पर ये किसी को दिखाई ना दे इससे ग्रह शांत होने में मदद मिलती है।
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3. तीसरा
तीसरी बात बुरी नजर से बचने के लिए अगर घर के किसी सदस्य अथवा बालक को बुरी नजर लगी है या उस पर किसी की बुरी नजर का प्रभाव पड़ा है तो सोते वक्त उस व्यक्ति के तकिए के नीचे मोर पंख रखे और दूसरे दिन इसे किसी बहते जल में अथवा कुँए में डाल दे इससे बुरी नजर उतर जाती है।
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4. चौथा
चौथी बात पढ़ाई में मन नहीं लगता है अगर घर के विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है उनकी याददाश्त कमजोर है पढ़ाई करते समय बार बार नींद आती है तो विद्यार्थियों को माँ सरस्वती के सामने मोर पंख रखकर दूसरे दिन उस मोर पंख को अपनी किताबों में रखना चाहिए इससे विद्यार्थियों में एकाग्रता बढ़ेगी और माँ सरस्वती की कृपा बनी रहेगी।
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5. पाँचवा
पाँचवा उपाय दुष्ट शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए। अगर कोई शत्रु जानबूझकर आपको परेशान कर रहा है और बार बार आपको नुकसान पहुँचाने का प्रयास करता है, तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की मस्तक का सिंदूर मोर पंख पर लगाए और सुबह के समय बिना नहाए ही इसे बहते हुए जल में प्रवाह कर दें अथवा कुँए में डाल दे। इससे शत्रुओं से छुटकारा मिलता है।
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6. छठा
छठी बात मनवांछित फल प्राप्ति के लिए। अगर मन की कोई इच्छा अधूरी है, कई दिनों तक कोशिश करने के पश्चात भी मनवांछित फल प्राप्त नहीं होता है। कार्यों में बार बार रुकावट आ रही है तो आप श्रीकृष्ण के मंदिर में जाकर भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख चढ़ाए अथवा घर में ही श्रीकृष्ण की मूर्ति पर मोर पंख लगाए और अपनी इच्छा उनके सामने प्रकट करें।
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7. सातवा
सातवीं बात अगर पति पत्नी के बीच तनाव हो, अगर घर के अंदर क्लेश है पति पत्नी के बीच बार बार झगड़े होते है आपसी प्रेम कम होने लगा है तो उनके बेडरूम में दक्षिण पूर्व की दिशा में मोर पंख रख देना चाहिए इससे दोनों के बीच में प्रेम बढ़ेगा और आपसी मनमुटाव कम होगा।
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8. आठवां
आठवां उपाय धन में वृद्धि के लिए अगर धन की कमी है अचानक धन खर्च हो जाता है तो घर में तिजोरी अवश्य बनाए। तिजोरी रखते समय ध्यान रहे तिजोरी को पश्चिम की दिवार पर सटा कर रखे और उसका मुख पूर्व दिशा की ओर हो इससे देवराज की कृपा दृष्टि बनी रहेगी साथ ही महालक्ष्मी की पूजा में मोर पंख रखकर उसे तिजोरी में रखे इससे घर में सुख समृद्धि आती है और धन की कमी महसूस नहीं होती है।
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9. नौवां
नौवां उपाय घर में शुख समृद्धि के लिए आप किसी भी शुभ दिन मोर का एक पंख लेकर घर के किसी ऐसे स्थान पर रखे जहाँ पर आने जाने वाले लोगों की नजर सबसे ज्यादा पड़ती है असल में मोर का पंख नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है इसलिए आपको ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जहाँ ये सभी को नजर आए मोर के पंख का ये उपाय ना सिर्फ आपको बल्कि आपके घर के सदस्यों के जीवन में भी समृद्धि ज़रूर लेकर आएगा।
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