Health Benefits of Cloves.:-दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे रात को सोते समय दो लोंग खाने से होने वाले फायदों के बारे में।
रात को सोते समय 1 लौंग खाने से पैरों तले जमीन खिसक जाएगी इतने फायदे के सोचेंगे भी नही। Cloves
लोंग औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं आयुर्वेद की किताब अष्टांग हृद्यम में महर्षि वाग्भट जी ने इसके गुणों के बारे में बहुत ही अच्छे से बताया है। आज हम आपको शरीर के नेचर के हिसाब से यानि की वात, पित्त या कफ उसके अनुसार लोंग खाने के बारे में बतायंगे। जो पित्त प्रकृति के लोग होते हैं वो अगर गर्मियों में लोंग ज्यादा खा लें तो शरीर को काफी नुकसान ह सकता है। इसलिए आपको सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
- लोंग कितनी मात्रा में खाना चाहिए।
- पानी के साथ कब लेना है।
- शहद के साथ कब लें।
- आंवले के साथ कब लें।
इसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं। पहले हम जानेंगे कि वात प्रकृति के लोग और कफ प्रकृति के लोगों को किस किस के साथ और कितनी मात्रा में और कौन से समय में सेवन करना है लोंग का उसके बाद जानेंगे इसके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में। खासकर पुरुषों के हेल्थ के लिए लोंग का सेवन बहुत बेनिफिशियल होता है।
चलिए जानते हैं वात और कफ प्रकृति के लोगों को लोंग का सेवन कैसे करना है
वात प्रकृति मतलब आपके जोड़ों में घुटनों के दर्द रहता है। हड्डियाँ कमजोर रहती हैं, हाथों में पैरों में बहुत तेज दर्द होता है, गठिया अर्थराइटिस की प्रोब्लम रहती हैं। इसका मतलब आपकी वात प्रकृति बिगड़ गयी है।
ऐसे लोगों को लोंग का सेवन सुबह खाली पेट हलके गुनगुने पानी के साथ 1 लोंग का सेवन करना है। वो भी हफ्ते में दो बार क्योंकि इस गर्मी के मौषम में वात प्रकृति के लोगों को लोंग का सेवन रोजाना नहीं करना चाहिए। लोंग को अच्छे से चबा चबाकर खा लेना है ऊपर से पानी पी लेना है।
पित्त प्रकृति के लोगों को लोंग का इस्तेमाल कैसे करना है आइये जानते हैं
पित्त प्रकृत्ति का मतलब अगर आपके पेट में गर्मी बहुत ज्यादा बनती है। चेहरे पर पिम्पल्स की प्रोब्लम्स रहती है शरीर में दाने निकल रहे हैं। इसका मतलब आपका पित्त प्रकृति गड़बड़ा गयी है। गर्मी अगर आपके पेट में बढेगी ऊपर से लोंग का सेवन करेंगे। तो यह आपके शरीर को नुकसान कर सकता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
इसके लिए आपको क्या करना है 1 लोंग को कूट लेना है साथ में आपको एक टी स्पून आंवला चूरण और एक चम्मच शहद लेना है। तीनो को मिक्स करके खा लेना है ऊपर से ताम्बे के बर्तन में रखा हुआ हल्का गुनगुना पानी घूंट घूंट करके पी जाना है। ऐसा आपको रात को सोने से पहले करना है। डाईबिटिज पेशेंट शहद को अवॉयड करें।
पित्त प्रकृति वालों के लिए ताम्बे के बर्तन में रखा पानी बहुत अच्छा होता है। चेहरे पर ग्लो लाता है, निखार लाता है, चेहरे के पुराने काले दाग धब्बो को दूर करता है। आँखों के निचे के काले घेरे दूर होते हैं।
आइये अब जानते हैं कफ प्रकृति वालों को लोंग का सेवन कैसे करना है।
कफ प्रकृति का मतलब अगर जिनको थोडा सा मौषम चेंज होने के कारण सर्दी खांसी जुखाम बुखार हो जाता है उन लोगों को कफ की प्रॉब्लम है। इस के लिए आपको रात को सोते समय दो बूंद लिक्विड फ़ोर्म में शिलाजीत लेना है। तीन बूंद लोंग आयल लेनी है। इसके साथ सफ़ेद मुस्की का चूरण एक ग्राम लेना है तिनो को अच्छे से मिक्स करके रात को सोते समय गाय के दूध के साथ लेना हैं। यह आपके इम्युनिटी को बढाता है, सर्दी खांसी जुखाम होने से बचाता है, लंग्स के लिए बुत ही अच्छा होता है। वायरल इन्फेक्शन से बचाता है।
ये मैंने आपको वात, कफ और पित्त प्रकृति वालों को कैसे इस्तेमाल करना है ये बताया
आइये अब जानते हैं इसके सेवन से होने से होने वाले बेहतरीन फायदों के बारे में।
अगर आप पेट से जुडी प्रोब्लम से गुजर रहे हैं जैसे कब्ज, गैस एसिडिटी जलन तो लोंग इसको दूर करने में बहुत फायदा करेगा। लौंग में मौजूद फाइबर डाइजेशन को मजबूत बनाने में मदद करता है। कब्ज जैसी प्रोब्लम से छुटकारा पाने के लिए आप लौंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। लौंग के एंटीबैक्टीरियल, एंटीस्पास्मोडिक और एनेस्थेटिक गुण कब्ज के दौरान पेट में होने वाले दर्द से राहत पहुंचाने में मदद करते हैं। बेहतर डाइजेशन के लिए आप लौंग का इस प्रकार सेवन कर सकते हैं।
इसके लिए आप लौंग की चाय बना सकते हैं। जिसके लिए आप एक कप पानी में 1-2 लौंग तोड़कर डाल दें और 5-6 मिनट तक अच्छी तरह उबालें। आप चाहें तो इसमें स्वाद के लिए चुटकी भर नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस प्रकार आप लौंग की चाय बना सकते हैं। इस चाय का सेवन आप सुबह और रात में करें। आप चाहें तो 2-3 लौंग को सीधे चबा-चबाकर खा सकते हैं।
अगर आपके दांतों में मसूड़ों में दर्द है तो इस दर्द को कम करने के लिए लौंग काफी फायदेमंद होता है। लौंग में यूजेनिया नामक तत्व दांतों के दर्द को कम करने का काम करता है। जब भी आपको दांतों में दर्द महसूस हो 2-3 साबुत लौंग अपने मुंह में रख लें। लौंग का रस मुंह के लार के साथ मिलकर दर्द को दूर करने का काम करेगा। 3-4 मिनट तक रखे रहने के बाद आप लौंग को दांतों से तोड़ लें, ताकि इसका असर पूरे मुंह में हो जाए।
लौंग को आप मुंह में 20-30 मिनट तक रख सकते हैं। अगर आपके दांतों में अत्यधिक दर्द है, तो आप 5-6 लौंग का चूर्ण बनाकर, जिस दांत में दर्द हो रहा है वहां लगा सकते हैं। इस प्रकार आप लौंग के जरिए दांतों के दर्द का इलाज कर सकते हैं।
दोस्तों 8 घंटे सोने के बाद भी सुबह आपके आखों में नीन्द रहती है। आपका शरीर एक्टिव नहीं रहता, दिनभर आलसपन रहता है तो ऐसे में रात को लोंग का सेवन कीजिये, क्योंकि लोंग का सेवन आपके माइंड को रिलैक्स करेगा।अगर माइंड रिलैक्स रहेगा तो ही आपको अच्छी नींद आयेगी। जिसे हम deep sleep कहते हैं। इससे आपका डिप्रेशन भी दूर होगा और दुसरे दिन आपका माइंड भी हेल्दी रहेगा और आपका स्वभाव भी अच्छा रहेगा।
यंग एज में चेहरे पर मुंहासों की समस्या आम है, जो सीधा आपके चेहरे की खूबसूरती को इफ़ेक्ट करती है। ऐसे में लौंग खाना फायदेमंद होता है। लौंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो आपको इस प्रोब्लम से निजात दिला सकते हैं। यहां हम बता रहे हैं कि मुंहासों के लिए किस प्रकार लौंग का प्रयोग किया जा सकता है।
आधा चम्मच लौंग का तेल और आधा चम्मच तुलसी के तेल को आपस में मिलाकर मुंहासे की जगह पर लगाएं, ऐसा आप रात को सोने से पहले करें। आप लौंग के तेल को सीधा चेहरे पर न लगाएं, क्योंकि यह आपके चेहरे की त्वता को जला भी सकता है।
उम्र बढ़ने के साथ-साथ कुछ बीमारियाँ बिना कुछ सिग्नल दिए शरीर को जकड़ लेती हैं। जिनमें जोड़ों का दर्द भी शामिल है, लेकिन आज के समय में कम उम्र के लोगों में भी यह प्रोब्लम देखि जा सकती है। लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो इस प्रोब्लम से आपको निजात दिला सकते हैं। जोड़ों के दर्द के लिए लौंग के तेल की कुछ बूंदों का इस्तेमाल कर आप जोड़ों की सुबह-शाम मालिश करें। आपको बहुत जल्द ही आराम मिलने लगेगा।
दोस्तों लोंग एंटी सेप्टिक, फंगल इन्फेक्शन है, दाद खाज खुजली, जलन या स्किन की और भी कैसी भी समस्या हो। इसमें आप या तो लोंग का तेल लगा लीजिये या लोंग को पीसकर के उस जगह पर लगा लीजिये इससे आपको बहुत जल्दी राहत मिलेगी।
इसके अलावा आप रोज सुबह 2 लोंग को पानी में भिगो कर रख दें और रात को सोने से पहले इसके पानी को पी जाएँ। इसके सेवन से सर्दी, खांसी, से आराम दिलाता है।
शरीर को हेल्दी रखने के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसके लिए लोंग आपकी मदद कर सकता है। लौंग आपकी इम्यूनिटी बढ़ाकर इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम से आपकी रक्षा करता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है जो आपकी स्किन और मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम के लिए बेहद जरूरी है।
इसके अलावा अगर आप स्ट्रेस से गुजर रहे हैं, बहुत ज्यादा चिंता करते हैं, डिप्रेशन में हैं तो इसके लिए लोंग का इस्तेमाल कीजिये। इससे स्ट्रेस कम होगा, डिप्रेशन में नहीं रहेंगे, मैंटली स्ट्रोंग होंगे, दिमाग कूल रहेगा, लौंग एक नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है। जिसका इस्तेमाल कर आप स्ट्रेस की प्रोब्लम से निजात पा सकते हैं।
इसके लिए लौंग के तेल की कुंछ बूंदों से माथे की अच्छी तरह मसाज करें, लौंग की खुशबू आपके मस्तिष्क को शांत कर तनाव से मुक्ती देगी।
आपने देखा होगा कानो में अक्सर दर्द रहता है यह एक आम समस्या है, जो बच्चों से लेकर बड़ों को इफ़ेक्ट करता है। कान के दर्द को दूर करने के लिए आप लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए एक चम्मच लौंग और शीशम के तेल को हल्का गर्म कर लें। अब इस तेल की 4-5 बूंदों को कान में डालें आराम मिलेगा।
इसके अलावा लोंग अस्थमा में बहुत फायदा करता है। आजकल अस्थमा छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक बहुत मात्रा में देखी जा रही है। साँस लेने में बहुत परेशानी होती है ऐसे में 5 कलियाँ लोंग को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इसमें शहद मिलाकर दिन में तीन बार पिए। इससे आपको ब्रीदिंग डिफिकल्टी दूर हो जाएगी, कफ दमा ब्रोकाईटस साइनस इन प्रोब्लम से राहत मिलती है, तो आपको भी कोई ऐसी प्रोब्लम है तो लोंग आपको बहुत फायदा करेगा।