Benefits of Drinking Coriander Water.:-दोस्तो आज हम बात करेंगे एक आयुर्वेदिक औषधि के बारे में जिसे हम धनिया सीड्स के नाम से जानते है। आयुर्वेद के किताब में धनिया के बहुत से फायदों के बारे में बताया गया है। इससे कई भयंकर रोगों का इलाज किया जा सकता है और वो भी बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के।
अगर आपको या परिवार में किसी को पाचन से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम है। डायबिटीज है, अर्थराइटिस, एनीमिया, दिल से सम्बंधित कोई रोग कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) इसका मतलब आंखों का लाल या गुलाबी होना, हाथ पैर के तलवों में जलन है, यूरिन इन्फेक्शन, मासिक धर्म पीरियड्स से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम हो, न्यूरोलॉजिकल हेल्थ, हाई कॉलेस्ट्रॉल, मोटापा, थायराइड, स्किन या हेयर से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम ही तो ये आर्टिकल जरुर पढ़े।
इस आर्टिकल में हम आपको आयुर्वेद के अनुसार बताएँगे इन बताये गए रोगों का इलाज। हम घर पर कैसे ठीक कर सकते है और ये किस तरह फायदेमंद है।
डायबिटीज
डायबिटीज के मरीजों के लिए धनिए के बीज काफी फायदेमंद हैं। दरअसल, इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड, पॉलीफेनोल, बी-कैरोटीनोइड (β-Carotenoid’s) जैसे कई कंपाउंड प्लाज्मा ग्लूकोज को सामान्य रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह कॉलेस्ट्रोल और वसा के स्तर को भी कम करने में मदद करता है। साथ ही यह टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में Hyperlipidemia (खून में फैट की अधिक मात्रा) के कारण होने वाली प्रॉब्लम को भी रोक सकता है। डायबिटीज के लिए भी धनिया पानी का सेवन रोजाना करना है। 7 दिन लगातार लेने के बाद अपना शुगर लेबल जांच जरुर कीजिये।
अगले फायदे की बात की जाए तो ये अर्थराइटिस के इलाज में मदद करता है..
दरअसल, धनिया में लिनोलिक एसिड पाया जाता है। जो एंटी-अर्थाराइटिक की तरह शरीर में काम करता है। धनिया बीज में मौजूद एंटी अर्थराइटिस और एंटीऑक्सीडेंट जोड़ों में इंफ्लामेशन को बढ़ावा देने वाले कुछ साइटोकिन्स (cytokines) कंपाउंड से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं। अगर आप आर्थराइटिस, गठिया या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो इसे रातभर भिगे हुए धनिया पानी में सुबह थोडा सा अदरक कद्दूकस कर के डालदें और बोइलकर छानकर पी लें। ऐसा लगातार 15 दिनों से लेकर 1 महीने तक करें। आपको आराम दिखे तो आप आगे भी ले सकते है। साथ में कैल्शियम वाले फूड्स लें और सुबह का धुप जरुर लें।
हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म हो उसके लिए धनिया का बीज बहुत ही फायदेमंद है।
हाइपरथायरायडिज्म में वजन घटना, गर्मी न झेल पाना, ठीक से नींद न आना, प्यास लगना, अत्यधिक पसीना आना, हाथ कांपना, दिल तेजी से धड़कना, कमजोरी, चिंता, और अनिद्रा शामिल हैं। हाइपोथायरायडिज्म में सुस्ती, थकान, कब्ज, धीमी हृदय गति, ठंड, सूखी त्वचा, बालों में रूखापन, अनियमित मासिकचक्र और इन्फर्टिलिटी के लक्षण दिखाई देते हैं। इस तरह के सिम्टोम्स (symptoms) दिख रहे हों तो आपको 2 चम्मच धनिया के बीजो को रातभर 1 गिलास पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इसे पानी समेत 5 मिनट के लिए उबालें और फिर छानकर यह पानी गुनगुना पीएं।
थायरॉइड कंट्रोल करने के लिए
अगर आप थायरॉइड कंट्रोल करने के लिए दवा ले रहे हैं तो सबसे पहले खाली पेट अपनी दवा लें और फिर 30 मिनट बाद यह पानी पिए। फिर इस पानी को पीने के 30 से 45 मिनट बाद नाश्ता करें। अगर आप चाहें तो इसे दिन में 2 बार खाली पेट भी ले सकते हैं। लगभग 30-45 दिनों तक नियमित सेवन करने के बाद थायरॉइड लेवल दोबारा चेक करवाएं।
वजन को कम करने में
ये आपके बढे हुए वजन को कम करने में दवाई की तरह काम करता है। इसके लिए आपको 4 चम्मच धनिया सीड्स को 2 बड़े कप पानी में भिगोकर सुबह बॉईल कर छान लें और इस पानी को दिन में 2 बार पिए। सुबह खली पेट और दोपहर खाने के 1 घंटे बाद। दोनों समय आपको गुनगुना पीना है। लगातार 15 दिन में ही आप खुद में फर्क महसूस करोगे। आप इस पानी को अपने ऑफिस भी ले जा सकते हैं।
आपके शरीर में अगर ज़रूरत से ज्यादा मात्रा में पानी है तो यह उसे भी निकालने में मदद करेगा और ये वेट लॉस का नुस्खा आपके लिए काफी सेफ भी है तो अगली बार अगर कभी लगे कि आपका वज़न बढ़ रहा है तो घर में ही मौजूद इस हर्ब का इस्तेमाल करते हुए अपनी मनचाही फिगर को दोबारा वापस पाए।
तलवों में जलन
गर्मी के मौसम में तलवों में जलन होना एक आम समस्या है। सूखा धनिया और मिश्री दोनों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। इसको 2-2 चम्मच की मात्रा में दिन में तीन बार सादे पानी से लेने से हाथ-पैरों की जलन दूर होती है।
पेशाब न आना
कुछ लोगों पेशाब न आने की समस्या होती है उसके लिए भी ये गुणकारी है |
यूरिन इन्फेक्शन
ये यूरीन इंफेक्शन से लड़ने में काफी हद तक कारगर है। धनिया और आंवले को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर बना ले और इसे रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह इसे पी लें। इसमें मौजूद पोटेशियम और फाइबर, अलावा ऐसे तत्व होते हैं जो दर्द में आपको राहत दिलाते हैं।
पीरियड्स
पीरियड्स का समय बहुत ही पीड़ादायक होता है। इस दौरान पेट और कमर में बहुत दर्द होता है। ये दर्द गर्भाशय में संकुचन की वजह से होता है। ऐसे में आप धनिया के बीज की चाय बनाकर पी सकते हैं, जो एंटी इंफ्लामेटरी व एनाल्जेसिक (Analgesic) ड्रग की तरह काम करके आपके दर्द को कम कर सकती है।
इसके अलावा, यह मासिक धर्म में अगर आपको सामान्य से अधिक ब्लीडिंग हो रही है, तो उसे भी रोकने में मदद कर सकता है । जब भी दर्द हो तो 1 स्पून धनिया के बीजों को 1 कप पानी में उबाल लें आप चाहे तो इसमें चैपत्ति भी मिला सकते है। थोड़ी सी सौंफ भी ऐड कर दें और उबालकर छानकर पी लें फायदा मिलेगा।
धनिया के बीज के फायदे कई हैं। इसमें एंटी-कंवलसेंट (Anti-Convulsant) गतिविधी पाई जाती हैं। जिसकी मदद से मिर्गी (Epilepsy) की समस्या को दूर किया जा सकता है । दरअसल, यह एक दिमागी (न्यूरोलॉजिकल) विकार है, जिसमें मस्तिष्क की गतिविधि असामान्य हो जाती है। इस स्थिति में धनिया बीज आपकी मदद कर सकता है।
इसके अलावा, धनिया आपके न्यूरोन्स को पहुंचने वाली क्षति से भी बचाता है। माना जाता है कि धनिया याददाश्त में भी सुधार कर सकता है। हालांकि अभी इसको लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
त्वचा को स्वस्थ बनाए
धनिया में भरपूर एंटीऑक्सिडेंट पाये जाते हैं। इसके अलावा, त्वचा के लिए फायदेमंद माने जाने वाला विटामिन-सी की भी इसमें प्रचुरता होती है। हम आपको ऊपर लेख में तो बता ही चुके हैं कि धनिया के बीज एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी भी होते हैं। तो बस त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए और क्या चाहिए। आप अपने चेहरे में धनिया के बीज का पानी रुई की मदद से लगा सकती हैं।
इसके अलावा, धनिया के बीज में मौजूद विटामिन-सी आपके चेहरे के निशान दूर करने के साथ ही आपको बढ़ती उम्र के चेहरे पर दिखने वाले असर को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह चेहरे के लचीलेपन को बनाए रखता है और सनबर्न से राहत देने में मदद कर सकता है।
बालों के लिए
खनिज और विटामिन से भरपूर होने के कारण आप धनिया के बीज को बतौर हर्बल टॉनिक के रूप में उपयोग कर सकते हैं। दरअसल, आयरन और जिंक की कमी से बाल झड़ते हैं। ऐसे में आप इनसे समृद्ध धनिया के बीज के इस्तेमाल से झड़ते बालों को रोक सकते हैं। धनिया के बीज के तेल का इस्तेमाल बालों के लिए कर सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई शोध नहीं हुआ है।
यह गुड कोलेस्ट्राल यानि LDL को बढाता है और बेड कोलेस्ट्राल को कम करता है। इस पानी को रेगुलर पिने से हार्ट का खतरा कम होता है।
धनिये के पानी में पोटेशियम कैल्श्यिम, विटामिन सी और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है और ये सभी तत्व बीमारियों को कोसों दूर रखते हैं।
चलिए जानते हैं धनिये का पानी पिने से होने वाले बेहतरीन फायदे के बारे में
इससे शरीर में होने वाली जलन दूर होती है और मुंहासों से छुटकारा मिलता है धनिया के पानी में मौजूद लिओलेनिक एसिड स्किन इन्फेक्शन और अक्जिमा की समस्या से बचाता है
इसमें मौजूद एस्कार्बिक एसिड नामक एंटी अक्सिडेंट बॉडी के इम्युनिटी को बढाता है। इससे सर्दी खांसी वायरल इन्फेक्शन की आशंका कम होती है। धनिए के बीज में आयरन होता है जो कि खून में हिमोग्लोबिन को बनाता है। यहीं कारण है कि धनिए के बीज का सेवन करने से खून की कमी दूर होती है।
धनिया में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर से कॉलेस्ट्रॉल कम कर उसे कंट्रोल में रखते हैं। रिसर्च के अनुसार अगर किसी को हाई कॉलेस्ट्रॉल की शिकायत है तो उसे धनिया के बीज उबालकर उस पानी को पीना चाहिए।
अगर आपको पेट से रिलेटेड कोई प्रोब्लम है तो दो कप पानी में धनिये के बीज, जीरा, चाय पत्ती और शक्कर डालकर अच्छे से मिला ले। इस पानी को पीने से एसिडिटी में आराम मिलता है। पेट में दर्द होने पर आधा गिलास पानी में दो चम्मच धनिया के बीज डालकर पीने से पेट दर्द से आराम मिलता है।
आंखों के लिए भी फायदेमंद
धनिया के बीज आंखों के लिए भी फायदेमंद हैं। धनिया के थोड़े से बीज कूट कर पानी में उबालें। इस पानी को ठंडा करके मोटे कपड़े से छान लें और इसकी दो बूंदे आंखों में टपकाने से जलन, दर्द और पानी गिरना जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
गैस एसिडिटी की प्रॉब्लम
इसके अलावा अगर खाना आपको जल्दी हज़म नहीं होता। गैस एसिडिटी की प्रॉब्लम हमेशा बनी रहती है। खट्टी डकारें आती है तो धनिया बीजों को रात को पानी में भिगोकर सुबह बोइल्ड कर छान लें और उसमे चुटकी भर काला नमक दाल लीजिये और चाय की तरह सिप सिप कर पी लें। दरअसल धनिया बीज के सेवन से बाइल एसिड बनता है, जो डाइजेशन के लिए बहुत जरूरी है इसके अलावा, यह छोटी आंत में मौजूद प्रोटीन को तोड़कर खाने को हजम करने वाले एंजाइम को भी बढ़ावा देता है।
अर्थराइटिस के इलाज में मदद करता है
अगले फायदे की बात की जाए तो ये अर्थराइटिस के इलाज में मदद करता है दरअसल, धनिया में लिनोलिक एसिड पाया जाता है, जो एंटी-अर्थाराइटिक की तरह शरीर में काम करता है, धनिया बीज में मौजूद एंटी अर्थराइटिस और एंटीऑक्सीडेंट जोड़ों में इंफ्लामेशन को बढ़ावा देने वाले कुछ साइटोकिन्स कंपाउंड से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं।
अगर आप अर्थराइटिस गठिया या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो इसे तरह रातभर भिगे हुए धनिया पानी में सुबह थोडा सा अदरक कद्दूकस कर के डाल दें और बोइलकर छानकर पी लें। ऐसा लगातार 15 दिनों से लेकर 1 महीने तक करें। आपको आराम दिखे तो आप आगे भी ले सकते है। साथ में कैल्शियम वाले फूड्स लें और सुबह का धुप जरुर लें।
एनिमिया यानि शरीर में खून की कमी जो शरीर में आयरन की कमी की वजह से होता है। शरीर को खून बनाने के लिए भरपूर मात्रा में आयरन चाहिए होता है। ऐसे में आप आयरन से भरपूर धनिया के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आयरन के साथ ही इसमें विटामिन-सी भी मौजूद होता है, जो शरीर में आयरन के अवशोषण (Absorption) को बढ़ावा देता है। शरीर में खून बढ़ने के लिए रातभर भीगे धनि पानी में 10 ग्राम गुड़ और आधा चम्मच जीरा डालकर गर्म कर लें और इसे छानकर सुबह पी लें। कुछ ही दिनों में खून की कमी और इसकी कमी से होने वाले थकान से आपको छुटकारा मिल जायेगा।
इसके अलावा रेगुलर धनिये के पानी को पिने से मुंह की बदबू की प्रोब्लम दूर होती है। यह टायफाइड में भी फायदे मंद है। इसमें एक विशेष तत्व डोडेनल पाया जाता है। यह टायफाइड के बक्टिरिया को ख़त्म करने में एंटीबायोटिक्स से 2 गुना ज्यादा इफ्फेक्टिव होता है।