5 Poisonous Foods That Can Kill You.:-दोस्तों हम अपने डेली लाइफ में ऐसे बहुत से खाने पिने की चीजे इस्तेमाल करते हैं। जिनमे से कुछ हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है। वही कुछ हमारे शरीर को नुकसान भी कर सकती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं की कुछ ऐसी चीजें भी हैं। खाने पिने की जो की हमारे लिए टोक्सिक हो सकती है। यहाँ तक जानलेवा साबित भी हो सकती है। अगर हम बिना जानकारी के गलत तरीके से इस्तेमाल करें तो।
दोस्तों आज मैं आपको ऐसी 5 खाने पिने की चीजों के बारे में बताने वाला हूँ। जो आपके हेल्थ के लिए बहुत ही हानिकारक है। इन्हें आपको खाने से बचना चाहिए।
तो आइये जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में ..
पहली चीज है की जायफल यानि नेटमेग..
दोस्तों जायफल एक ऐसी चीज है जो की हमारे भारत में बहुत सारे जगह पर गरम मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जायफल के अंदर एक एक्टिव कम्पाउंड होता है। जिसको मायरस्टिसिन और मायरस्टिसिन हमारे शरीर के अंदर जाकर जब मेल्ट होता है तो उसकी वजह से एक ऐसा कम्पाउंड पैदा करता है। जो की हमारे नर्वस सिस्टम को इफ्फेक्ट करता है और इसकी वजह से अगर ओवर डोज हो जाये तो हमारे डीजिनेस चक्कर आना, नोजिया और वोमेटिंग जैसी समस्या हो सकती है।
कुछ केसेस में हेल्युजनेशन भी हो सकता है यानि उसे ऐसा महसुस होता है जैसे वो हवा में उड़ रहा है। अजिब अजीब सा ख्याल उसके माइंड में आने लगते हैं। जिसे हेल्युजनेशन कहते हैं। हमारे भारत में जो हम लोग जायफल इस्तेमाल करते हैं वो मसाले के तौर पर करते हैं। जिससे की बहुत ही कम मात्रा में इस्तेमाल में लेते हैं वो कहीं न कहीं डायल्युट भी हो जाता है। जिसकी वजह से कोई नुकसान या खतरा हमारे लिए नही होता है। एक बात का ध्यान रखे कभी भी जायफल ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल न करें।
दुसरी चीज ब्राउन राईस
दुसरी चीज जो आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है वो ब्राउन राईस। जी हाँ दोस्तों ये आपके शोकिंग हो सकता है क्योंकि ब्राउन राईस बहुत ही हेल्दी माना जाता है और ये माना जाता की ये काफी अच्छी चीज है। आपको रोज इसे इस्तेमाल करना चाहिए। ब्राउन राईस बेशक आपके लिए बहुत ज्यादा हेल्दी होता है और सेफ भी होता है, लेकिन अगर आप इसको गलत तरिके से इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
कैसे ये आपके लिए कैसे खतरनाक हो सकता है वो जान लेते हैं।
इनके अंदर आर्सेनिक कन्सट्रेशन काफी ज्यादा पाया जाता है। आर्सेनिक एक बहुत ही जहरीला तत्व होता है जो की डेडली भी हो सकता है। हमारे शरीर के अंदर जाकर ये कैंसर पैदा करने का काम करता है। अब ये आर्सेनिक चावल के अंदर आता कहाँ से है। देखिये जितने भी चावल की खेती होती है उस खेती के दौरान क्या होता है की चावल के अंदर बहुत सारे फर्टिलाइजर्स डाले जाते हैं।
बहुत सारे पेस्टीसाइडस डाले जाते हैं और अलग अलग तरह की दवाइयां डाली जाती हैं और इन सभी दवाइयों के अंदर आर्सेनिक काफी ज्यादा मात्रा में होता है और चावल के अंदर एक खासियत होती है की ये आर्सेनिक को मिटटी के अंदर से ज्यादा अब्जोर्व करता है क्योंकि वैसे तो जितनी भी पेस्टीसाइडस हैं ये सभी चीजें में डलते हैं। सभी अनाजो में डलते हैं लेकिन चावल के इसको अब्जोर्व करने की क्षमता ज्यादा होती है। इसी कारण से चावल के अंदर आर्सेनिक कन्सट्रेशन जो है वो बढ़ जाता है।
अब क्या होता है जब हम चावल को इस्तेमाल करते हैं तो ये आर्सेनिक धीरे धीरे हमारे शरीर के अंदर एक्यु मुलेट होना शुरू हो जाता है। आर्सेनिक के अंदर एक खासियत होती है दोस्तों अगर आप इसको थोड़ी थोड़ी क्वांटिटी में भी लेते रहेगे तो ये हमारी बॉडी के अंदर जाके हमेशा एक्युमुलेट होता रहता है। जमा होता रहता है और धीरे धीरे जब इसका कन्सट्रेशन बढ़ता है तब ये हमारे शरीर के अंदर टोक्सीसिटी पैदा करता है या कैंसर पैदा करने का कारण बनता है।
अब अगर हम कम्पेयर करें ब्राउन राईस को और व्हाईट राईस को तो दोस्तों ब्राउन राईस के अंदर जो आर्सेनिक कन्सट्रेशन होता है। वो व्हाईट राईस के मुकाबले में ज्यादा होता है क्योंकि जो व्हाईट राईस होता है। ये प्रोसेस्ड होता है और प्रोसेसिंग के दौरान जो आर्सेनिक का कन्सट्रेशन है वो उसमें से कम हो जाता है।
अब आपके मन में ये सवाल आएगा की अगर आपको चावल इस्तेमाल करने है तो आप उसे सुरक्षित कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
तो यह बहुत ही आसान है दोस्तों अगर आप चावल को सेफली इस्तेमाल करना चाहते हैं तो सबसे पहली चीज आपको चावल को साफ पिने के पानी से। जो पूरी तरह से प्योर है उस पानी से आप चावल को कम से कम चार से पांच बार अच्छी तरह से मसलकर धो लें। इससे क्या होगा जो आर्सेनिकवो पानी के साथ धुलकर चला जायेगा।
दूसरी चीज जो आपको करनी है चावल पकाने से पहले आपको करीब करीब आधा या एक घंटा चावल को पानी में भीगो के रख देना है और भिगोने के बाद पकाने से पहले उस पानी को चेंज करना करदेना है। इससे भी जो आर्सेनिक है काफी ज्यादा चावल के अंदर कम हो जाता है।
ये दो ऐसी प्रीकासन हैं जो अगर आप रेग्युलरली कर लें। अप सुरक्षित रह सकते है आप चावल को बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर अकते हैं और वैसे भी हमारे इंडियन किचन ने ये प्रोसेस फॉलो होती भी है।
तीसरी चीज है कडवे बादाम
तीसरी चीज है जो आपको नही खाने चाहिए वो है। कडवे बादाम यानि बीटर आलमंड बाजार में आपको दो तरह के बादाम मिलते हैं। एक होता है मीठा बादाम और दूसरा है कडवा बादाम आमतौर पर जो ग्रोसरी स्टोर्स पे मिलते हैं वो मीठे बादाम होते हैं। जो पूरी तरह से सेफ होते हैं इससे शरीर को कोई नुकसान नही होता है।
लेकिन कभी कभी क्या होता है इन मीठे बादाम के साथ साथ कडवा बादाम भी मिला दिया जाता है और ये कडवे बादाम होते हैं। यह जहरीले होते हैं कडवे बादाम के अंदर एक जहरीला तत्व पाया जाता है जिसको हाड्रोजन सैनाईट बोलते हैं और साईंनाईट जैसा की आप जानते हैं। दुनिया का सबसे ज्यादा जहर होता है इसकी थोड़ी सी भी क्वांटिटी हमारी मौत के लिए काफी होती है।
कडवे बादाम के जहरीले तत्व को मापने के लिए कुछ रिसर्च भी हो चुकी है। जिसमे ये पता चला की 6 से लेकर 10 कडवे बादाम भी अगर आप खा लें तो वो आपके अंदर सिरियस पोइजिंग होने के लिए काफी होते हैं और इससे ज्यादा आप खा लें या 20 बादाम आप खा लें 25 -30 बादाम आप खा लें तो इतनी जहरीली हो जाती हैं की इससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है।
आपका वजन बहुत कम है, बहुत दुबले पतले है या आप बच्चे हैं तो इससे आपके लिए खतरा और भी बढ़ जाता है क्योंकि ऐसे केसेस में कम मात्रा भी आपके लिए जहर का काम कर सकता है। इसलिए आप कोशिश करें अगर थोडा सा भी कडवा बादाम है तो उसको आपको नही खाना है। हमेशा अच्छी क्वालिटी का मीठे बादाम खाने चाहिए।
चौथी चीज राजमा
आइये अब जानते हैं चौथी चीज के बारे में जो आपके शरीर के लिए जहरीला हो सकता है वो है ऐसी राजमा जो पूरी तरह से पकी नही हो। राजमा के अंदर लेकटिन होता है, जो एक जहरीला तत्व है, जो हमारे शरीर के अंदर अलग अलग तरह के टोक्सिक लक्षण पैदा कर सकता है। जिनमे से कॉमन है एब्डोमीनल पेन, नोजिया और वोमेटिंग साथ ही यह मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
दोस्तों लेकटीन जो की राजमा के अंदर पाया जाता है। ये पकने के बाद पूरी तरह से ख़त्म हो जाता है, जो आमतौर पे हम राजमा को पकाते हैं। तेज आंच पे उसकी वजह से ये तत्व ख़त्म हो जाता है और हमें कोई नुकसान नही होता है, लेकिन अगर किसी कारण से राजमा पूरी तरह से नह पक पा रही है या कच्ची ही उसे खा लेते हैं तो उसकी वजह से बहुत सारे सीरियस साइड इफ्फेक्ट्स हमारे अंदर देखे जा सकते हैं।
रिसर्च में ये पाया गया है की 5 या 6 दाने कच्ची राजमा के खाने से आपके शरीर के अंदर बहुत ज्यादा सिरियस साइड इफ्फेक्ट्स हो सकते हैं। बहुत ज्यादा सिरियस टोक्सीसिटी हो सकती है। इसलिए जब भी आप राजमा को पकाते हैं कोशिश करें। प
हले उसको एक से दो घंटे के लिए पानी में भीगो दीजिये और उसके बाद तेज आंच में उसको तब तक पकाइए जब तक वो पूरी तरह से गल न जाएँ। पूरी तरह से खाने लायक न हो जाये, थोड़ी सी भी कच्ची अगर राजमा रह जाती है तो उसके अंदर ये लेकटीन नामक तत्व बाकी रह जाता है और ये आपके शरीर के अंदर जहर पैदा कर सकता है। इसलिए कोशिश करें राजमा को अच्छी तरह से पका के गला के उसे इस्तेमाल करें।
पांचवी चीज ग्रीन पोटेटो
दोस्तों पांचवी और आखरी जहरीली चीज जिसे इस्तेमाल करने से आपको बचना चाहिए वो है हरा आलू यानि ग्रीन पोटेटो। दोस्तों जो हरे आलू होते हैं आपने देखा होगा बहुत सारे आलू पूरे ही हरे होते हैं या फिर उनका एक पार्ट हर रहता है जो भाग आलू का हर रहता है। उसके अंदर दो चीजें पाई जाती है एक होता है क्लोरोफिल जो की एक पिन्मेम्त होता है जो उसको हर बना देता है।
दूसरी चीज होती है सोलेनेस, क्लोरोफील तो एक नॉन हार्मफुल चीज है। उसका कोई नुकसान नही है आराम से आप उसे खा सकते हैं। लेकिन जो सोलेनिस है बेसिकली यह एक न्यरोटोक्सिक होता है जो की हमारे लिए जहर काम करता है। अगर आप सोलेनिस को ज्यादा मात्रा में मुंह के अंदर ले लेते हैं तो उसकी वजह कुछ लक्षण आपके शरीर के अंदर आ सकते हैं। जैसे की सर दर्द, नोबिया, वोमेटिंग, इंटरनल ब्लीडिंग, पैरालिसिस, कोमा या मृत्यु भी हो सकती है।
तो अगर आप कोई ऐसा आलू ले रहे हैं खाने के लिए जो पूरो तरह से हरा है तो उसको आपको बिलकुल भी इस्तेमाल नही करना है। उसको फेंक देना चाहिए, साथ ही ऐसी जगह पर फेकें जहाँ जानवर भी न खा पाए या कोई ऐसा आलू है जिसका छोटा सा पार्ट हरा हो तो आपको उसको काटकर अलग कर लेना है क्योंकि जितना पार्ट हर होगा उतने ही पार्ट में वो जहर पाया जाता है।